अपर्णा लगातार आठ सालों तक चैंपियन रही हैं, इसिलए उनका नाम भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक गिना जाता है. अपर्णा को अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मान मिल चूका है, यह सम्मान उन्हें साल 2005 में हासिल हुआ था. वह देश की सबसे उम्दा शटलर मानी जाती हैं, और अपने इसी टैलेंट के दम पर उन्होंने नेशनल और इंटरनेशनल दोनों ही लेवल पर खेलकर अपने देश का नाम रोशन किया है.
अपर्णा की उपलब्धियां कुछ इस प्रकार हैं कि उन्होंने जमशेदपुर में 69वें सीनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप 2005 आखिरी ख़िताब जीता था. वहीं बात की जाए उनके पहले खिताब की तो उन्होंने वर्ष 1998 में पहल नेशनल (सीनियर) खिताब हासिल किया था. अपर्णा में अभी भी जीतने की इच्छा कम नहीं हुई है, वह खुदकर पर दिन-रात मेहनत करके चीनी लड़कियों पर अपना दबदबा बनाना चाहती हैं.
अपर्णा डेन्मार्क में हुई विश्व जूनियर चैंपियनशिप में रनर अप घोषित हुई थी. वहीं साल 1998 में अपर्णा ने पेरिस फ्रेंच ओपन महिला का एकल ख़िताब जीता और कुआलालंपुर में रजत पैदल पर उन्होंने कब्ज़ा किया. जन्मदिन के इस ख़ास मौके पर अपर्णा को न्यूज़ट्रैक की ओर से ढेर सारी बधाई.