भोपाल गैस पीड़ित स्टेशनरी कर्मचारी संघ की अध्यक्षा रशीदा बी ने कहा, ‘भोपाल गैस पीड़ितों के लंबित मसले इस साल प्रांत में और अगले साल राष्ट्रीय स्तर पर चुनावी मुद्दे बनें, इस दिशा में इन उपचुनावों में भागीदारी हमारा पहला कदम है। हम समझते हैं कि मुंगावली और कोलारस इन दोनों सीटों पर भाजपा की हार सुनिश्चित करने में हम निर्णायक भूमिका निभाएंगे।’
भोपाल गैस पीड़ित निराश्रित पेंशनभोगी संघर्ष मोर्चा के बालकृष्ण नामदेव ने कहा, ‘इन उपचुनावों में भाजपा का सारा प्रचार मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर टिका है और हमारी यह कोशिश होगी कि हम मुआवजे के मुद्दे पर भोपाल के छह लाख गैस पीड़ितों को पिछले सात सालों में मुख्यमंत्री के द्वारा किए गए झूठे वादों की हकीकत ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं तक पहुंचाएं।’
भोपाल ग्रुप फॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन के सतीनाथ षड़ंगी ने कहा, ‘भोपाल के गैस पीड़ित संगठन किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ेंगे और प्रचार साधनों के लिए आम जनता से मदद मांगेंगे।’ संगठन ‘डाओ कार्बाइड के खिलाफ बच्चे’ की सरिता मालवीय ने कहा है कि भाजपा नेता कहते हैं ‘झूठ बोले कौआ काटे’, सो भोपाल के गैस पीड़ित अब कौआ बनकर मुंगावली और कोलारस और अन्य जगहों पर झूठे राजनेताओं को काटेंगे।