मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि जंजैहली मुद्दे को खुले मन से सुलझाने के लिए तैयार हूं। CM शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। CM ने कहा कि संघर्ष समिति से इस मुद्दे पर सभी पहलुओं पर बातचीत होगी। उन्होंने कहा,मैं इस मसले को खुले मन से सुलझाने के लिए तैयार हूं। उम्मीद है कि बातचीत से कोई रास्ता जरूर निकलेगा। SDM कार्यालय जंजैहली को बंद नहीं किया गया है। जंजैहली में चार दिन तक SDM बैठेंगे। कोर्ट के आदेश के बाद ही सरकार ने थुुनाग में एसडीएम कार्यालय खोलने का निर्णय लिया था, लेकिन इस पर विवाद बढऩे के बावजूद भी वह इसका समाधान बातचीत से निकालने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि कोर्ट में पूर्व मिल्क फेड के चेयर मैन चेतराम ठाकुर ने गलत शपथ पत्र दिया था। इसके आधार पर ही कोर्ट ने एसडीएम जंजैहली कार्यालय को रद करने का फैसला सुनाया था। समिति के साथ जो बातचीत होगी उसके बाद निर्णय लिया जाएगा। सीएम ने साफ किया कि इससे पहले भी कुछ लोग उनसे मिले थे और उन्हें आश्वासन दिया गया था कि वे लोग इस मसले पर प्रदर्शन नहीं करेंगे। बावजूद इसके धरना-प्रदर्शन जारी रहे, इससे बातचीत के रास्ते बंद हो गए। सीएम ने कहा कि वह पूरी कोशिश करेंगे कि यह मुद्दा खत्म हो जाए।
नई सरकार को बने हुए अभी डेढ़ माह हुआ है। पूर्व की कांग्रेस सरकार अस्त-व्यस्त व्यवस्था देकर गई है। इसे सुधारने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 31 मार्च तक प्रदेश के लिए स्वीकृत सभी 69 नेशनल हाईवे की डीपीआर तैयार कर ली जाएगी। इसके उपरांत जल्द ही इसके टेंडर भी लगा दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि उड़ान फेस-2 को लागू किया जा रहा है और इसके तहत हेलीपैड बनाए जाएंगे, ताकि पर्यटकों को आने-जाने में आसानी हो।
मंडी में भी एयरपोर्ट बनाने के लिए जगह तलाश की जाएगी। मंडी कल्सटर यूनिवर्सिटी और पासपोर्ट बनाने के कार्यालय जल्दी खोले जाएंगे। सीएम ने कहा कि मोदी सरकार रेलवे नेटवर्क को चाइना बार्डर तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा, सांसद राम स्वरूप शर्मा, विधायक जवाहर सिंह ठाकुर, विधायक विनोद ठाकुर, विधायक राकेश जम्वाल भी उपस्थित रहे।जयराम ठाकुर ने कहा कि इस मुद्दे को हरियाणा और पंजाब सरकार से उठाएंगे और मुद्दे को सुलझाने के लिए काम भी काम करेंगे। इसके अलावा बीबीएमबी के पास हिमाचल में पड़ी सरपल्स जमीन को भी वापस लेने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।