दरअसल, अशोकनगर के मुंगावली में चल रहे उपचुनाव में बड़े पैमाने पर मतदाता सूची में गड़बड़ी पाई गई थी। कांग्रेस ने भोपाल से दिल्ली तक चुनाव आयोग को इसकी शिकायत की थी। जिसके बाद जांच में करीब दो हजार फर्जी मतदाताओं के नाम सामने आए थे। जिनमें 854 मृतकों के नाम मतदाता सूची में पाए गए थे। बड़ी गड़बड़ी पाए जाने पर अशोकनगर कलेक्टर बीएस जामोद को चुनाव आयोग ने हटा दिया था और राज्य सरकार से तीन नामों का पैनल मांगा था।
राज्य सरकार ने अशोकनगर कलेक्टर के लिए शिल्पा गुप्ता, वीएस चौधरी और रविंद्र सिंह का नाम आयोग को भेजा था। बीती शाम चुनाव आयोग के निर्देश पर राज्य सरकार ने 2011 बैच के आईएएस और अनूपपुर जिला पंचायत सीईओ वीएस चौधरी को अशोकनगर कलेक्टर बनाए जाने का आदेश जारी किया। वहीं अशोकनगर कलेक्टर जामोद को मंत्रालय में ओएसडी बनाया गया है। मुंगावली और कोलारस विधानसभा में 24 फरवरी को मतदान होना है। मतदाता सूची में गड़बड़ी के बाद चुनाव आयोग के लिए इन चुनावों को निष्पक्ष कराने की चुनौती है। इस मामले में आयोग ने कलेक्टर सहित चार अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई कर सख्ती दिखाई है।