टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अपने खेल कौशल से पूरी दुनिया में ढेरों प्रशंसक बनाए हैं. क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में विराट जिस तरह से लगातार बड़े स्कोर बना रहे हैं, उसे देखते हुए लगता है कि दिल्ली का यह बल्लेबाज क्रिकेट के ज्यादातर रिकॉर्ड्स को अपने नाम पर कर लेगा. विराट अपनी बल्लेबाजी के कारण हर किसी के चहेते बने हुए हैं लेकिन फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (फिका) की ओर से जारी किए गए टी20 प्लेयर परफॉर्मेंस इंडेक्स में विराट कोहली को टॉप-10 में जगह नहीं दी है. फिका की ओर से जारी किए गए टी20 प्लेयर्स परफॉर्मेंस इंडेक्स में ऑस्ट्रेलिया के तूफानी बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल (786 अंक) को पहले स्थान पर रखा गया है जबकि ऑफ स्पिनर सुनील नरेन (781 अंक) उनसे थोड़े ही पीछे दूसरे स्थान पर हैं. खिलाड़ी के इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए यह सूची तैयार की गई है.
दक्षिण अफ्रीका के क्रिस मॉरिस सूची में तीसरे, वेस्टइंडीज के कीरोन पोलार्ड चौथे और ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर पांचवें स्थान हैं. ड्वेन ब्रावो, एबी विलियर्स, शोएब मलिक, क्रिस गेल और शेन वाटसन जैसे खिलाड़ी भी इंडेक्स के टॉप 10 प्लेयर्स में शामिल हैं, लेकिन कोहली का नाम इस सूची से नदारद है.गौरतलब है कि कि हाल ही में जारी आईसीसी की रैकिंग में एबी डिविलियर्स के बाद विराट कोहली क्रिकेट इतिहास के दूसरे ऐसे खिलाड़ी बने हैं जिनकी टेस्ट और वनडे रेटिंग 900 से ज्यादा है. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी यह उपलब्धि हासिल नहीं कर सके हैं. ऐसे में कोहली की टी20 प्लेयर्स परफॉर्मेंस इंडेक्स के टॉप 10 में जगह नहीं मिलना हर किसी को हैरान कर रहा है. विराट को इस लिस्ट में 13वें स्थान पर रखा गया है. सूची में भारत के ही सुरेश रैना 18वें स्थान और हार्दिक पंड्या 22वें स्थान पर हैं.
फिका ने करीब 18 माह की मेहनत के बाद इस इंडेक्स को तैयार किया है. इसे तैयार करते समय शीर्ष क्रिकेट आंकड़ाविदों और डाटा विश्लेषकों की मदद ली गई. इसमें कई बातों को ध्यान में रखा गया है मसलन बल्लेबाज का स्ट्राइक रेट और डेथ ओवर्स में उसकी ओर से बनाए गए रन. अभियान से जुड़े गाई इवांस-टिपिंग ने बताया कि इंडेक्स तैयार करते वक्त बहुत सारी बातों को ध्यान में रखा गया। जैसे कि 180 का टारगेट चेज करते हुए 100 की स्ट्राइक रेट से बनाए गए 40 रन से ज्यादा डेथ ओवर्स में 10 गेंदों में बनाए गए 20 रन को ज्यादा तवज्जो दी गई. विशेषज्ञों ने इंडेक्स की गणना के लिए बैटिंग में स्ट्राइक रेट, बैटिंग का समग्र प्रदर्शन (सभी इनिंग्स को मिलाकर औसत), टीम के टोटल का कितने फीसदी रन बनाए और बाउंड्री स्ट्राइक रेट जैसी बातों को शामिल किया. इसी तरह बॉलिंग का मूल्यांकन करते समय इकोनॉमी रेट, बॉलिंग के समग्र प्रदर्शन (लिए गए विकेट बनाम कितनी गेंदें डालीं और कितने रन दिए), कितने सिक्स खाए और कितनी डॉट गेंदें डालीं जैसी बातों को ध्यान में रखा गया.