हिन्दू धर्म में रामायण को बहुत ही पवित्र माना जाता है और आज भी इसके सुंदरकांड का पाठ पूरी आस्था के साथ किया जाता है सुंदरकांड में हनुमान जी के सीता-हनुमान संवाद, लंका दहन, श्रीराम-हनुमान संवाद, लंका प्रस्थान आदि का वर्णन होता है जिसका स्तुतिगान किया जाता है. माना जाता है की सुंदरकांड का पाठ करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते है और उसकी मनोकामना पूर्ण होती है.
मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है यदि मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ किया जाता है तो यह अधिक फलदायी होता है तथा मंगलवार के दिन हनुमान जी का व्रत रखने से व्यक्ति की कुंडली का मंगलदोष भी समाप्त होता है. मंगलवार को बहुत ही शुभ दिन माना जाता है यदि व्यक्ति मंगलवार या शनिवार के दिन इन उपायों को करता है तो उसे उसके कार्य में शीघ्र ही सफलता मिलती है.
ज्ञान में वृद्धि के लिए –
बुद्धिहीन तनु जान के सुमिरो पवन कुमार.
बल बुद्धि विद्या देहु मोहि हरहु कलेश विकार.
यदि किसी व्यक्ति पर कोई मुकदमा चल रहा है तो उसमे विजय प्राप्ति के लिए –
पवन तनय बल पवन समाना.
बुद्धि विवेक विग्यान विधाना.
अपनी किसी भी पीड़ा को दूर करने के लिए –
हनुमान अंगद रन गाजे हांक.
सुनत रजनीचर भाजे.
विवाह में आ रही बाधा को दूर करने के लिए –
मास दिवस महुं नाथु न भावा.
तो पुनि मोहि जिअत नहि पावा.
यदि व्यक्ति उपरोक्त मन्त्रों का जाप करता है तो उससे सबंधित उसकी सभी समस्याओं का निवारण जल्द ही हो जाता है. किन्तु इनका जाप किसी भी मंगलवार या शनिवार के दिन से प्रारंभ करना उचित होता है और इनका जाप करने से पूर्व एक दीपक जलाकर दक्षिण दिशा की ओर मुंह कर लाल आसन पर बैठकर “मूंगा की माला” पार करना चाहिए.