सूबे के सरस्वती विद्या मंदिरों में अटल टिंकरिंग लैब बनाए जानी की योजना है। यहां उच्च विद्यालयों तक के छात्रों को उच्च तकनीक से तैयार लैब में बढ़िया सामान उपलब्ध करवाया जाएगा। इससे वह अन्य उपयोगी चीजों के साथ-साथ रोबोट तक तैयार कर सकेंगे। अटल टिंकरिंग लैब योजना के तहत देश भर में दो हजार अत्याधुनिक लैब बनाने का लक्ष्य रखा है।
इसका सीधा लाभ ग्रामीण परिवेश में शिक्षा ग्रहण कर रहे स्कूली छात्रों को पहुंचाने का है जो लैब में अनेक तरह के वैज्ञानिक प्रयोग कर सकेंगे। योजना सरकारी और निजी स्कूलों दोनों के लिए है। कुल दो हजार में से अब तक स्वीकृत कुल 900 लैब में से 250 लैब विद्या भारती के लिए मंजूर हुई हैं। अटल टिंकरिंग लैब उच्च विद्यालयों और चुनिंदा जमा दो तक के स्कूलों में बनाए जाने की योजना है। इस लैब के लिए केंद्र सरकार 20 लाख रुपये की राशि देगी। लैब के लिए आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करना होगा, उसके बाद चयनित स्कूलों को लैब की सुविधा मिलेगी।
अखिल भारतीय विद्या भारती से संबद्ध हिमाचल शिक्षा समिति के प्रदेश महामंत्री दिलेराम चौहान ने इसकी पुष्टि कर कहा कि सुंदरनगर के हरिपुर में हुई तीन दिवसीय योजना बैठक में प्रदेश के विद्या मंदिरों के प्रधानाचार्यों को योजना से जुड़कर लाभ उठाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि स्किल एजुकेशन विषय शुरू करने वाले विद्या मंदिरों को भी औपचारिकताएं पूरी करवाने के लिए कहा है। चौहान के मुताबिक योजना बैठक में उत्तर क्षेत्र के सहमंत्री गुलाब सिंह मेहता, मार्गदर्शक अच्छर सिंह ठाकुर, प्रांतीय संगठन मंत्री राजेंद्र ठाकुर, प्रदेशाध्यक्ष देवीरूप विशेष रूप से उपस्थित रहे।