टीकाकरण सत्रों के आयोजन के लिये की गई वैकल्पिक व्यवस्था
प्रदेश में सभी टीकाकरण सत्र नियमित रूप से आयोजित किये जाने के लिये वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। किसी भी स्थान पर पूर्व से नियोजित टीकाकरण सत्रों को प्रभावित नहीं होने दिया जायेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन म.प्र के मिशन संचालक श्री एस.विश्वनाथन ने संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के परिप्रेक्ष्य में की गई इस व्यवस्था की जानकारी दी।
मिशन संचालक ने बताया कि गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के लिये निर्धारित तालिका अनुसार टीकाकरण सेवायें उपलब्ध कराने के लिये प्रदेश शासन संकल्पित है। प्रदेश में चिन्हित स्थानों पर टीकाकरण सत्र आयोजित किये जाते हैं। संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से लगभग 18 प्रतिशत टीकाकरण सत्रों के प्रभावित होने को अनुमान की स्थिति से निपटने के लिये समीक्षा उपरांत अतिरिक्त प्रशिक्षित मानव संसाधन को नियोजित कर टीकाकरण सत्रों के सुचारू संचालन हेतु व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था अंतर्गत सेवानिवृत्त एएनएन, एलएचवी तथा स्टाफ नर्सो को प्रभावित टीकाकरण सत्र स्थलों पर भेजकर टीकाकरण कार्य करवाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, नर्सिंग शालाओं की भी सहायता ली जा रही है। इस अतिरिक्त कार्य हेतु प्रति सत्र के मान से मानदेय भी दिया जाएगा।
हड़ताल से प्रभावित होने वाले अनुमानित 1600 टीकाकरण सत्रों के सुचारू संचालन के लिये प्रत्येक सत्र की निगरानी की जाएगी । यदि किसी स्थल पर टीकाकरण सत्र निर्धारित दिनांक को नहीं हो पाता है, तो उसके अगले दिन सत्र आयोजित करवाया जायेगा। मिशन संचालक श्री एस. विश्वनाथन ने कहा है कि नागरिकों को गुणवत्तापूर्वक स्वास्थ्य सेवायें देने के प्रदेश शासन के दायित्व का सुचारू निर्वहन सुनिश्चित किया जा रहा है। हड़ताल से आम नागरिकों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होने दी जाएगी।