ऊना।: केंद्र और प्रदेश सरकार की गलत नीतियों और लंबित मांगों को लेकर इंटक ने जिला मुख्यालय पर जबरदस्त धरना-प्रदर्शन किया। इंटक अध्यक्ष जगत राम शर्मा की अगुवाई में हुए प्रदर्शन में इंटक के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जयराम ठाकुर की सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अपना गुबार निकाला। वहीं उपायुक्त ने सोमवार को कामगारों एवं किसानों की ज्वलंत मांगों का ज्ञापन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को सौंपा। उन्होंने कहा कि हिमाचल के टोल बैरियरों को हटाया जाए।
हिमाचल में कोई सार्वजनिक क्षेत्र में कोई बड़ा उद्योग लगाया जाए जिससे हिमाचल के लोगों के लिए रोजगार के अवसर प्रदान हो सके। प्रदेश में श्रम कानूनों की घोर उल्लंघन को रोकना, ठेेकेदारी प्रथा और पार्ट टाइम पर तुरंत रोक लगाना, उद्योगों में 70 प्रतिशत हिमाचलियों का रोजगार सुनिश्चित करना, निरीक्षण में रजिस्ट्रड ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं की कमेटी गठित करना, पेट्रोल, डीजल और गैस की लगातार बढ़ोतरी को रोकना, आंगनबाड़ी, आशा वर्कर, पंचायत चौकीदारों की मांगों का मानना, अरबों करोड़ों के घोटालेबाजों, राजनीतिक अधिकारियों, राजनीतिज्ञों और भ्रष्टाचार से संबधित लोगों को फांसी की सजा देना, केंद्रीय ट्रेड यूनियन के मांग पत्र पर अमल करना और हिमाचल के कर्जदार किसानों का पांच लाख तक का कर्जा माफ करना और प्रत्येक कामगार का 18 हजार रुपये प्रति महीना वेतन देना सहित अन्य मांगों को प्रमुखता से उठाया।
इस मौके पर इंद्र सिंह, नरेश ठाकुर, सुरेश ऐरी, कृष्ण देव सिंह, गणपति, चमन लाल, फौजी, गुरप्यारा, तरसेम, सुरेंद्र नाथ उपस्थित रहे