जिला में अब तक 91.60 प्रतिशत आधार सीडिंग हो चुकी है जो प्रदेश में प्रथम स्थान पर है लेकिन फिर भी कुछ लोग इस प्रक्रिया से छूट गए हैं। जिला नियंत्रक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले लक्ष्मण सिंह कनेत ने यह जानकारी दी।
उन्होंने सभी राशन कार्ड धारकों से अपील की कि जिन राशन कार्ड धारकों ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के आधार नंबर डिजिटल राशन कार्ड से लिंक नहीं करवाए हैं, वे 31 मार्च से पहले उनके आधार नंबर अपने डिपो होल्डर के माध्यम से निरीक्षक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले तक पहुंचा दें। निरीक्षक के कार्यालय में उनके राशन कार्ड में समयबद्ध सीड किया जा सके।
उन्होंने बताया कि आधार को राशन कार्ड से जोड़ने का मुख्य उद्देश्य यह है कि कोई भी व्यक्ति दो जगह राशन कार्ड नंबर बनवा सके। उन्होंने बताया कि भविष्य में राशन कार्ड के लिए बायोमीट्रिक प्रणाली लागू की जा रही है। इसके बाद परिवार के अलावा आपका राशन कोई और व्यक्ति नहीं ले सकेगा।
उन्होंने बताया कि जिन उपभोक्ताओं के डिजिटल राशन कार्ड बनकर नहीं आएं हैं या विभाग की वेबसाइट पर डिजिटल कार्ड की जानकारी नहीं हैै, ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ता अपने पंचायत सचिव या निरीक्षक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले से सत्यापित करवाकर डिपो होल्डर के पास या निरीक्षक के कार्यालय में जमा करवाएं। उन्होंने बताया कि उनके नए राशन कार्ड के लिए निरीक्षक कार्यालय में ही डाटा फीड किया जा रहा है।