लोनावाला भारत के महाराष्ट्र राज्य में पुणे ज़िले का ख़ूबसूरत पहाड़ी क्षेत्र है। यह पुणे के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। लोनावाला को “सहयाद्रि श्रेणी का गहना” भी कहा जाता है। यहाँ की शांत जलवायु, शांत वातावरण और स्वच्छ हवा लोनावाला को छुट्टी बिताने के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं। यहाँ पर नौसैनिक प्रशिक्षण भी दिया जाता है। पुणे के इस प्रसिद्ध स्थल में पर्यटक प्राचीन बौद्ध मंदिर, भव्य क़िले और पहाडियाँ आदि भी देख सकते हैं। शहर की भाग-दौड़ और शोर से दूर पूरे वर्ष भर यह पहाड़ी क्षेत्र अपनी ताज़ा, प्रदूषण मुक्त वातावरण और सुखद जलवायु के कारण स्वास्थ्य लाभ के लिये प्रसिद्ध है। घरेलू तथा विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के रूप में सालाना अच्छी आय का साधन भी है।
स्थिति
लोनावाला समुद्र तल से 625 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह पहाड़ी स्थान भोर घाट दर्रे पर है। इसी दर्रे से होकर पुणे-मुम्बई रेलमार्ग और सड़क मार्ग गुजरता है। लोनावाला पुणे से 64 किलोमीटर और मुम्बई से 96 किलोमीटर की दूरी पर है। यहाँ छोटा-सा शैलावास तथा ‘टाटा जलविद्युत योजना’ का मुख्यालय भी है।
इतिहास
संस्कृत के शब्द ‘लोनावली’ से लोनावाला लिया गया है, जिसका अर्थ होता है- गुफ़ाएँ। प्राचीन समय में लोनावाला में यादव राजाओं का शासन था। बाद में मुग़लों ने इसे अपने अधिकार में ले लिया। उन्होंने इस क्षेत्र के सामरिक महत्व को समझते हुए लोनावाला पर काफ़ी समय के लिए अपना शासन बनाए रखा। सन 1871 में मुम्बई के गवर्नर सर एल्फिसटन ने लोनावाला की खोज की। इसकी खोज के समय यह एक घने जंगल के रूप में था और केवल कुछ मुट्ठी भर लोग ही यहाँ पर बसे हुए थे।
सहयाद्रि का गहना
लोनावाला को ‘सहयाद्री का गहना’ भी कहा जाता है। यह लंबी पैदल यात्रा और ट्रैकिंग के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है। इसके अतिरिक्त इस जगह के साथ कई ऐतिहासिक क़िले, प्राचीन गुफ़ाएँ और आस-पास की शांत झीलें जुड़ी हुई हैं। यहाँ की जलवायु भी सुखद है और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। लोनावाला के एक ओर दक्कन का पठार और दूसरी ओर कोंकण तट के मनोरम दृश्य हैं। यहाँ की शांति का अनुभव करने के लिए मानसून से बेहतर मौसम कोई नहीं है। यहाँ आस-पास व्यापक झरने और हरियाली भी है।
प्रसिद्धि
लोनावाला में पवना झील, वलालन झील, तुंगरली बांध और तुंगरली झील आदि प्रसिद्ध झीलों और बांधों की उपस्थिति वहाँ के वातावरण को मनमोहक बना देती है। रायवुड पार्क लोनावाला में स्थित एक व्यापक बग़ीचा है और लंबे हरे-भरे पेड़ों से भरा है। यह छोटे बच्चों के लिए खुशी की एक जगह है जो इसके विशाल मैदान में खेलना पसन्द करते हैं। शिवाजी उद्यान भी एक और जगह है जहां मज़ा आता है। हालांकि, अगर आप प्राकृतिक अनुभव पर जाना पसंद करते हैं तो राजमची वन्यजीव अभयारण्य एक अच्छी जगह है। राजमची प्वाइंटइस से शिवाजी के प्रसिद्ध किले और आसपास घाटी के शानदार दृश्य दिखाई देता है। जब आप वहाँ पर हों तब प्रसिद्ध वाघजई दरी पर जाना न भूलें इसके अलावा लोनावाला में एक विशेष आइटम, चिक्की, एक कठोर मिठाई कैंडी चखना न भूलियेगा।
कब जाएँ
अक्टूबर से मई, छुट्टी बिताने वालों के लिए एक आदर्श समय है जहाँ शांत और सुखदायक माहौल रहता है। हालांकि, ज्यादातर मौसमी यात्री मानसून के दौरान लोनावाला आना पसन्द करते हैं। लोनावाला में एक अत्यंत आमंत्रित करने वाली जलवायु होती है, यहाँ मौसम पूरे वर्ष के दौरान सुखद और मेहमाननवाज़ बना रहता है।
कैसे पहुँचें
मुम्बई और पुणे से महज एक सौ किलोमीटर दूर, इस छुट्टी के स्थान पर वायुमार्ग, सड़कमार्ग और रेल द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। प्रमुख शहरों मुम्बई और पुणे के बीच रेल लाइन पर यह एक प्रमुख ठहराव भी है। यह मुम्बई-पुणे राजमार्ग तथा मुम्बई-पुणे एक्सप्रेस-वे पर स्थित है। पुणे हवाई अड्डा यहाँ का निकटतम हवाई अड्डा है, जो लोनावाला आने में मदद करता है।