विधानसभा बजट सत्र में इस भर्ती को लेकर भीतर विरोध हुआ और बाहर तारीफ। विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पीरियड आधार पर काम कर रहे एसएमसी शिक्षकों की तारीफ कर रहे थे
तो बजट पर चर्चा के दौरान पांवटा से भाजपा के विधायक सुखराम चौधरी इन शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे थे। सिरमौर जिले में एक एलटी शिक्षक की एसएमसी से हुई भर्ती में फर्जीवाड़े का मामला उठाते हुए सुखराम चौधरी ने
कहा कि यहां पर एक स्कूल में पहले स्थान के उम्मीदवार को पीछे करने के लिए 10 में से 0.83 नंबर दिए गए जबकि जिसे पास करना था, उसे 9.85 अंक दे दिए गए। उन्होेंने कहा कि इसकी रिपोर्ट उन्हें आरटीआई में मिली है।चौधरी ने यह मामला बजट पर चर्चा के दौरान उठाया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार को अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड पर विश्वास नहीं था। शायद तभी एसएमसी पॉलिसी लाई गई।
हालांकि, बाहर जब एसएमसी शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिला तो उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में एसएमसी शिक्षक बेहतरीन सेवाएं दे रहे हैं।
पांवटा में ड्राइवर का पद भरने के मामले में भाजपा विधायक सुखराम चौधरी ने गड़बड़झाले का आरोप लगाया। उन्होेंने कहा कि इस भर्ती में साक्षात्कार में एक उम्मीदवार को 1.5 और दूसरे को 9.5 अंक दिए गए। जिसे फेल किया गया उसके 74.7 और जिसे पास किया गया उसे 74.83 अंक दिए गए।