ऊना। एडीसी कृतिका कुलहरी ने कहा कि ऊना में ज्यादा से ज्यादा सरकारी विभागों के साथ-साथ निजी उद्योग भी राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप कार्यक्रम के साथ जुड़ें। उन्होंने कहा कि देश में राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप कार्यक्रम के तहत देश में अप्रेंटिस की भागीदारी को वर्तमान में 2.3 लाख से बढ़ाकर वर्ष 2020 तक 50 लाख करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। एडीसी बुधवार को जिला स्तरीय अप्रेंटिसशिप समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों के साथ-साथ निजी उद्योगों में अप्रेंटिसशिप के लिए कुल कामगारों और कर्मचारियों का 2.5 प्रतिशत से लेकर 10 प्रतिशत तक संलग्न कर सकते हैं। इसके लिए सरकार की ओर से प्रति अप्रेंटिसशिप 1500 रुपये प्रतिमाह की दर से स्टाइपेंड मुहैया करवाया जाता है। उन्होंने बताया कि ऊना में केवल दो सरकारी उपक्रमों एचआरटीसी और बिजली बोर्ड को छोड़कर किसी भी अन्य विभाग की ओर से यह सुविधा नहीं दी जा रही है। उन्होंने सभी बड़े विभागों से राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप कार्यक्रम के तहत अपना पंजीकरण करवाकर उपलब्ध अप्रेंटिसशिप की सूची मुहैया करवाने का आह्वान किया है।
उन्होंने जिला के निजी उद्यमियों से उनके यहां उपलब्ध अप्रेंटिसशिप की सूची भी उपलब्ध करवाने का आह्वान किया। कृतिका कुलहरी ने जिला में विभिन्न सरकारी उपक्रमों व निजी उद्योगों की ओर से अधिसूचित अप्रेंटिसशिप की 232 सीटों में से 71 पर अप्रेंटिसशिप की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने सभी सरकारी व निजी उपक्रमों से रिक्त अप्रेंटिसशिप की सीटों को भरने का भी आह्वान किया। समिति के सदस्य सचिव एवं नोडल अधिकारी प्रधानाचार्य आईटीआई ऊना यशपाल रायजादा ने राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप कार्यक्रम के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी रखी।