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हार के बाद स्वामी-रमाकांत ने योगी पर तो शत्रुघ्न ने मोदी पर किया हमला…

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यूपी उपचुनाव में बीजेपी की करारी हार के बाद अब पार्टी के भीतर से विरोध के सुर उठने लगे हैं. सूबे के सीएम आदित्यनाथ सवालों के घेरे में हैं. बीजेपी के पूर्व सांसद रमाकांत यादव के बाद अब बीजेपी के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने भी योगी पर हमला किया है. इसके अलावा बीजेपी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने पीएम नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया है.

सुब्रमण्यम स्वामी ने इशारों-इशारों में यूपी के सीएम आदित्यनाथ पर सवाल उठाए हैं. स्वामी ने कहा कि जो नेता अपने सीट पर चुनाव नहीं जिता सके, ऐसे नेताओं को बड़ा पद देना लोकतंत्र में आत्महत्या करने जैसा है.

आपको बता दें इससे पहले, पूर्वांचल के बड़े बीजेपी नेता और पूर्व सांसद रमाकांत यादव ने कहा कि पिछड़ों और दलितों की उपेक्षा के चलते उपचुनाव में बीजेपी को हार मिली. रमाकांत यादव यही पर नहीं रुके, बल्कि पार्टी नेतृत्व को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर गर पार्टी समय रहते सचेत नहीं हुई तो 2019 में भी बीजेपी को करारी हार मिलेगी.

रमाकांत यादव ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री योगी की कार्यशैली पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, “जिस प्रकार से पूजा पाठ करने वाले को मुख्यमंत्री बना दिया गया उनके बस का सरकार चलाना नहीं है. पिछड़ों-दलितों को उनका हक़ मिलना चाहिए, सम्मान मिलना चाहिए जो योगी नहीं दे रहे. केवल एक जाति तक सीमित हैं. जब सरकार बनी थी तब सोचा गया था कि सभी को मिलाकर चलेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ.”

रमाकांत का शुमार पूर्वांचल में बीजेपी के एक कद्दावर नेता के तौर पर की जाती है. वो आजमगढ़ से सांसद रहे हैं.शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने ट्वीट में मित्रों का जिक्र करके सीधे तौर पर पीएम मोदी पर कटाक्ष किया है. आपको बता दें कि कल आए उपचुनाव नतीजों में बीजेपी को गोरखपुर और फूलपुर सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है. ये दोनों सीटें मुख्य आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की हैं. दोनों सीटों पर 2014 में बीजेपी की बड़ी जीत दर्ज की है, लेकिन एक साल राज्य में सत्ताई में आई बीजेपी को ये सीट गंवानी पड़ी है.

योगी के बाद पीएम मोदी भी निशाने पर लिए गए. अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि वो लगातार कह रहे हैं कि घमंड, गुस्सा  और अति आत्मविश्वास लोकतांत्रिक राजीति में सबसे बड़े मारक हैं. चाहे ये ट्रंप की तरफ से आए या मित्रों या विपक्ष की तरफ से

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