हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के जंजैहली में एसडीएम ऑफिस की अधिसूचना रद्द करने से उठा विवाद थमा ही था कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने वीरभद्र कार्यकाल में शुरू हुए दो बहुतकनीकी कॉलेजों की अधिसूचनाएं भी रद्द कर दीं हैं। सरकार के इस फरमान से करसोग के लोगों में आक्रोश है। लोगों ने फैसला वापस न लेने की सूरत में प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दे दी है।
मंडी जिले के करसोग और कुल्लू के दलाश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इन संस्थानों के खोलने का एलान किया था। अब जयराम सरकार ने बिना बजट घोषणाओं का हवाला देते हुए इन दोनों संस्थानों की अधिसूचनाओं को रद्द कर दिया है। तकनीकी शिक्षा के प्रधान सचिव ने 12 मार्च को इस बारे में फरमान जारी कर दिए हैं।
उपनिदेशक तकनीकी शिक्षा विभाग सुंदरनगर ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि बजट के प्रावधान के बिना इन कॉलेजों की अधिसूचना जारी हुई थी। जमीन भी संबंधित विभाग के नाम नहीं है। वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने से ठीक पहले करसोग में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से तत्कालीन मुख्यमंत्री ने 4 अक्तूबर 2017 को दोनों कॉलेजों की घोषणा की थी।