अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगने के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को अपने ही नेताओं के घोर विरोध का सामना करना पड़ रहा है. पंजाब में पार्टी नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैरा ने भी ट्विटर पर केजरीवाल के फैसले से असहमति जताते हुए माफी मांगने की टाइमिंग पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल के मामले पर शुक्रवार को चंडीगढ़ में प्रेस से बात करेंगे और पंजाब के युवाओं को बरबाद करने वाले ड्रग्स सहित तमाम मुद्दों पर अपनी आवाज उठाते रहेंगे.
वहीं, पार्टी से राज्यसभा न भेजे जाने से नाराज चल रहे वरिष्ठ नेता और कवि कुमार विश्वास ने ट्विटर पर चार लाइनों की एक कविता लिखकर अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा है.
उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘एकता बाँटने में माहिर है, खुद की जड़ काटने में माहिर है, हम क्या उस शख़्स पर थूकें जो खुद, थूक कर चाटने में माहिर है!’ यहां पर स्पष्ट कहना होगा कि यह माना जा रहा है कि इशारा केजरीवाल की ओर है. उन्होंने कहीं भी उनका नाम नहीं लिया है. इसके अलावा कुमार विश्वास ने दूसरे ट्वीट में कहा, ”पराए आँसुओं से आँख को नम कर रहा हूँ मैं, भरोसा आजकल खुद पर भी कुछ कम कर रहा हूँ मैं, बड़ी मुश्किल से जागी थी ज़माने की निगाहों में, उसी उम्मीद के मरने का मातम कर रहा हूँ मैं.
अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी, जिसके नेताओं पर 20 से ज्यादा मानहानि के मामले दर्ज हैं, ने उन मामलों को निपटाने का फैसला किया है. केजरीवाल अपने ऊपर चल रहे सभी मानहानि के मामलों को खत्म करने के लिए सभी संबधित नेताओं से बात करेंगे. अरुण जेटली, नितिन गडकरी समेत कई नेताओं ने केजरीवाल पर मानहानि के मुकदमे कर रखे हैं. दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक सीएम केजरीवाल को रोजाना अदालत में घंटों बर्बाद करने पड़ रहे हैं जिससे उनका कामकाज प्रभावित हो रहा है. इसलिए अब सभी मुकदमे खत्म करने के लिए कोशिश करेंगे.
पिछले साल अगस्त में केजरीवाल ने हरियाणा के बीजेपी नेता अवतार सिंह भड़ाना से मानहानि का मामला खत्म करने को लेकर माफी मांगी थी. उन्होंने 2014 में भड़ाना को भ्रष्ट कहा था. दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अलग से मानहानि का दावा किया था क्योंकि केजरीवाल ने अरुण जेटली पर दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन के प्रमुख के रूप में उनके 13 साल के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था.