मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में उपलब्ध पर्यटन क्षमता को विकसित करने के लिए उच्च प्राथमिकता दे रही हैं। इसके अतिरिक्त सड़क नेटवर्क को सुदृढ किया जाएगा, जो पहाड़ी राज्यों की जीवन रेखा है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार सांय नई दिल्ली में न्यूज-18 टीवी चैनल द्वारा आयोजित ‘राईजिंग इण्डिया’ शिखर सम्मेलन के दौरान मशहूर अभिनेत्री कंगना रणौत के प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने न्यूज चैनल पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर के साथ पैनल परिचर्चा ‘नई राहें नए सपने’ में भाग लिया।
उन्होंने कहा कि हिमाचल को प्रकृति ने नैसर्गिक सौन्दर्य से नवाजा है, जिसके कारण राज्य में पर्यटन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। राज्य सरकार पर्यटन क्षेत्र को प्राथमिकता दे रही है, क्योंकि इससे न केवल राजस्व अर्जित करने में मदद मिलती है, बल्कि रोज़गार के अवसर भी सृजित होते हैं। उन्होंने पूरे देश के लोगों से धार्मिक, ऐतिहासिक तथा साहसिक पर्यटन के लिए प्रदेश आने का आग्रह किया।
इसके उपरान्त, मीडिया से बात-चीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार दूरदराज के क्षेत्रों के रमणीक स्थलां को स्वास्थ्य एवं स्वस्थ पर्यटन की दृष्टि से विकसित कर रही है, जो पर्यटन की अपार सम्भावना होने के बावजूद अभी तक अनछूए है। ऐसे गंतव्यों में बेहतर अधोसंरचना तथा सुविधाएं प्रदान कर विकसित किया जा सकता है ताकि सभी प्रकार के सैलानियों को प्रदेश की ओर आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर्यटकों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए हवाई सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर भी कार्य कर रही है तथा हैलीकॉप्टर सेवाओं के संचालन के लिए निजी निवेश को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। पर्यटन को बढ़ावा देने के दौरान पर्यावरण संरक्षण के लिये भी हर सम्भव प्रयास किए जाएंगे।
श्री जय राम ठाकुर ने कहा कि 62 नए घोषित उच्च मार्गों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है तथा वर्तमान में प्रदेश में 4400 किलोमीटर लम्बे 69 उच्च मार्ग हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शेष बचे पंचायत मुख्यालयों को सड़क से जोड़ने के लिए रोड़मैप तैयार करने के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सड़क सुविधा से वंचित गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए योजना तैयार की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में सुशासन, किसानों की आय को दोगुना करने के लिए कृषि तथा बागवानी के सुदृढ़ीकरण, युवाओं को रोजगार, बेहतर कानून व्यवस्था, सस्ते दामों पर प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं, गुणात्मक शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, निवेश को आकर्षित करने के लिए प्रक्रियाओं का सरलीकरण, जल विद्युत ऊर्जा, पर्यटन तथा औद्योगित क्षेत्रों के पुनररुत्थान, कमजोर वर्गों के उत्थान, स्वच्छ व सुरक्षित पेयजल तथा सड़क सुविधा प्रदान करने को प्राथमिकता प्रदान कर रही है तथा इस उद्देश्य का पूरा करने के लिये हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं।
केन्द्रीय मंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिन्दल, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्री महेन्द्र सिंह ठाकुर, कृषि मंत्री डॉ. राम लाल मारकण्डा, सांसद श्री अनुराग ठाकुर, भाजपा के प्रदेश प्रमुख श्री सतपाल सत्ती, हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की सदस्य डॉ. रचना गुप्ता तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।