रेलवे में नौकरी की मांग को लेकर माटुंगा और दादर स्टेशन के बीच पटरियों का घेराव करने वाले छात्रों ने प्रदर्शन वापस ले लिया। एजेंसी के मुताबिक, अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद छात्रों ने वापस लौटना शुरू कर दिया। दोनों स्टेशनों के बीच रेल व्यवस्था भी दोबारा बहाल कर दी गई। बता दें कि मंगलवार सुबह से ही सैकड़ों छात्र अपनी मांगों को लेकर पटरियों पर बैठ गए थे, जिससे लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा था। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया था, लेकिन छात्रों ने उनपर पत्थरबाजी कर दी थी। इसके बाद रेल अधिकारियों ने भीड़ को किसी तरह समझाकर मामला शांत कराया।
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि छात्रों ने विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया है। जल्द ही उनसे आगे की बात की जाएगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “रेलवे में भर्ती का सिलसिला बड़े स्तर पर जारी है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक, भारतीय रेलवे ने भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी रखा है।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने पोस्टर लेकर रेलवे के खिलाफ नारे लगाए। उन्होंने मांग की कि सरकार उन्हें नौकरी दे। प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने बताया कि रेलवे में पिछले 4 सालों से कोई भर्ती नहीं हुई। एक छात्र ने कहा, “रेलवे की देरी की वजह से अबतक करीब 10 लोग सुसाइड कर चुके हैं। हम ऐसा कतई नहीं होने देंगे। वहीं एक और छात्र ने कहा, “हम इससे पहले डीआरएम से भी मिल चुके हैं, लेकिन कोई भी अधिकारी हमारी बात नहीं सुनता।
छात्रों के प्रदर्शन के चलते मुंबई की लाइफलाइन मानी जाने वाली लोकल सेवा लगभग 4 घंटों के लिए थम गई। माटुंगा और दादर स्टेशन के बीच चलने वाली लोकल्स और एक्सप्रेस ट्रेन पटरियों पर भीड़ के चलते जहां-तहां रोक दी गईं। इन प्रदर्शनों के चलते मुंबई रेल से सफर करने वाले लाखों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।