सभी एसएमसी अध्यापक आरएंडपी नियमों के अनुसार आरटीई के लिए जरूरी सभी शैक्षणिक योग्यता टेट को पूरा करते हैं। साथ ही सभी एसएमसी शिक्षकों की नियुक्तियां शिक्षा उपनिदेशकों की अनुमति पर उपमंडलाधिकारियों की अध्यक्षता में नियुक्त कमेेटी ने की है। उन्होंने बताया कि एसएमसी शिक्षक प्रदेश के दुर्गम स्कूलों में बीते दो साल से अध्यापकों के खाली पड़े पदों पर सेवाएं दे रहे हैं। संघ का कहना है कि एसएमसी पॉलिसी में क्लॉज नंबर-9 होने से उनकी जगह पर कोई रेगुलर या अनुबंध पर अध्यापक आता है तो उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ेगा।
क्लॉज नंबर-10 होने से एसएमसी अध्यापकों का कार्यकाल एक साल का होता है, उसके बाद फिर एक्सटेंशन लेनी पड़ती है। इससे एसएमसी अध्यापकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। संघ ने कहा कि एसएमसी पॉलिसी में से क्लॉज नंबर-9 और क्लॉज नंबर-10 हटाया जाए और इसकी अधिसूचना जारी की जाए। संघ ने कहा की 2630 एसएमसी अध्यापकों को एक साथ अनुबंध नीति में लाया जाए। इससे एसएमसी अध्यापकों का भविष्य सुरक्षित हो सके। प्रदेश की भाजपा सरकार से एसएमसी शिक्षकों को काफी उम्मीदें हैं। इस मौके पर उपप्रधान नवदीप कुमार, महासचिव चंद्र मोहन, कोषाध्यक्ष प्रवेश कुमारी, मोनिका द्विवेदी, पूजा पाठक, अनीता, अंजना कुमारी, शिष्य देवी, बनीता जसवीर कौर, शमा कुमारी, संजीव कुमार, मुकेश कुमार, सतीश कुमार, सुलिंद्र कुमार, अमरजीत, दिनेश, सुरेंद्र कुमार, हितेश कुमार मौजूद रहे।