राज्यसभा से 40 सांसदों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने बारी-बारी से सांसदों के विदाई भाषण के दौरान सांसदों को संबोधित किया. एक ओर जहां पीएम मोदी ने रिटायर सासंदों का आभार जताया, वहीं गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह विदाई है, जुदाई नहीं.
राज्यसभा में विदाई भाषण में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद नरेश अग्रवाल को न सिर्फ बधाई दी, बल्कि हल्के अंदाज में तंज भी कसा. उन्होंने कहा कि ‘नरेश अग्रवाल जी एक ऐसे सूरज हैं, जो इधर डूबे उधर निकले, इधर निकले उधर डूबे. मुझे यकीन है जिस पार्टी में वो गये हैं वो उनकी क्षमता का पूरा उपयोग करेगी.’
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह विदाई है जुदाई नहीं. यह तत्कालिक है. नेता कभी रिटायर नहीं होते हैं. मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने दोनों सदनों को मिलाने का काम किया. यहां लोकसभा और राज्यसभा के सांसद मिलने के मामले में एक्स सांसद ज्यादा हैं. उन्होंने कहा कि हम रोज सुबह उन्हें सेंट्रल हॉल में देखेंगे.
उन्होंने कहा कि इस देश में लोकतंत्र को किसी ने जिंदा रखा है तो वह सासंद और लॉ मेकर्स ही हैं. सांसदों ने ही लोकतंत्र को जिंदा रखा है. सांसद अपनी तन्ख्वाह के लिए नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि हम पानी, बिजली, बैंकों की लूट के लिए लड़ रहे हैं. हम किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं. अगर किसी को विशेष राज्य का दर्जा मिलता है तो उससे फायदा हमें नहीं बल्कि आम लोगों को मिलेगा. हम बेरोजगारों, दलितों और महिलाओं की आवाज उठाते हैं. उन्होंने कहा कि आवाज उठान विपक्ष का धर्म होता है.