भगवान शिव के 11वें अवतार माने जाते हैं बजरंग बली। कहा जाता है कि इनके मात्र नाम लेने से कई प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं। हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाई जाती है। इस साल यह 31 मार्च को आयोजित की जाएगी। ज्योतिषियों की मानें तो हनुमान जयंती 30 मार्च को शाम 07:35 से 31 मार्च को शाम 6 बजे तक है।
उदया तिथि होने के कारण 31 मार्च को ही यह पर्व मनाया जाएगा। इसलिए साम 6 बजे तक पूजा किया जाना शुभ रहेगा। सुबह 9 बजे से 11 बजे तक राहुकाल रहेगा। ऐसा भी कहा जाता है कि 31 मार्च की रात्रि को हनुमान जी की पूजा करने से विशेष फल मिलता है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि पूर्णिमा की रात्रि में ही हनुमान जी का जन्म हुआ था।
हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा या सुन्दरकांड का पाठ करना अच्छा माना जाता है।