ऊना: प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष व पूर्व विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने सदर विधानसभा क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों को करीब पांच लाख रुपये के चैक वितरित किए। प्रदेश सरकार व प्रशासन द्वारा विभिन्न राहत कार्यों के लिए स्वीकृत धन को लाभांशियों को सतपाल सत्ती ने सादे समारोह में प्रदान किया। सदर विधानसभा क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक लोगों को राहत का चैक मिला है। सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि गरीब व जरूरतमंद व्यक्ति सेवा से वंचित न रहे।
इसके लिए हमें प्रयासरत्त रहना चाहिए। मुख्यमंत्री राहत कोष व अन्य साधनों से जरूरतमंद की मदद की कवायत आगे बढऩी चाहिए। उन्होंने कहा कि सदर विधानसभा क्षेत्र में इलाज व आर्थिक साधनों की कमी के चलते जरूरतमंद के लिए हर समय मैं मदद के लिए तैयार रहूगां। उन्होंने कहा कि अभी सरकार ने अपनी नीतियां कल्याणकारी बनाई है। केंद्र सरकार जहां बड़ी संख्या में लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ प्रदान कर रही है। वहीं प्रदेश में भी हर वर्ग के व्यक्ति को एक रुपये पर स्वास्थ्य बीमा दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जनकल्याण नीतियों को जयराम सरकार आगे बढ़ा रही है, जिससे हर वर्ग का कल्याण होगा। सत्ती ने कहा कि मेरा लक्ष्य ऊना विधानसभा क्षेत्र का विकास करवाना है। इसके लिए मैं पूरी तरह तत्पर हूं। उन्होंने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री के दौरे में करोड़ों की सौगात ऊना को मिली है। वहीं एंटी टैक्स में राहत दे मुख्यमंत्री ने न केवल ऊना, बलिक पूरे हिमाचल के लिए ऐतिहासिक फैसला लिया है।
15 वर्षों तक क्षेत्र की जनता को अंधकार में रखने के बाद अब सतपाल सिंह सत्ती घर बुलाकर राहत के चैक बांट रहे हैं। जो कि जनता से झूठा दिलासा लेना चाहते हैं, लेकिन जनता जानती है कि पैसा सरकार दे रही, पूर्व विधायक अपनी जेब से नहीं। यह बात ऊना ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष हजारी लाल धीमान ने कही। रविवार को जारी बयान में हजारी लाल धीमान ने कहा कि सुपर सरकार का दिखावा इन दिनों ऊना में किया जा रहा है।
जरूरतमदों को उनके प्रार्थना पत्रों के आधार पर प्रशासन द्वारा राहत दी गई है, जो कि अच्छी बात है, लेकिन कुछ अधिकारी चाटुकारिता की हदे पार कर रहे हैं, इसका नतीजा यह है कि हारे हुए प्रत्याशी को राहत चैकों के लिफाफे बनाकर दिए जा रहे है और व्यक्ति विशेष के घर में बुलाकर चैकों को बांटा जा रहा है, जो कि लोकतांत्रिक पंरपराओं के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार जनप्रतिनिधियों की अनदेखी कर रही है और गलत मर्यादा नया नेतृत्व डाल रहा है।
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों का सम्मान करना और न करना सरकार का मसला है, लेकिन यह सरकार के लिए हास्यपद है कि नेता अपने घरों में बुलाकर गरीबों को चैक बांटे और उसका एहसान जताए। हजारी लाल ने कहा कि ऊना के पूर्व विधायक सोशल मीडिया पर गरीबों के मसीहा के रूप में अपने आप को प्रचारित करवा रहे हैं। मेरा सतपाल सत्ती से सवाल है कि घर में बुलाकर क्यों चैक बांटे गए और क्या ये राशि उन्होंने अपने पेंशन से दी है। वो कौन अधिकारी हैं, जो घरों में चैक पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास हर किसी की डिटेल है, समय आने पर खुलासा करेंगे।