पंचांग के अऩुसार अक्षय तृतीया बहुत ही शुभ दिन है। कहा जाता है कि इस दिन दिन कमाया गया पुण्य अक्षय रहता है। विष्णुजी के तीनों अवतार जैसे नर अवतार, परशुराम अवतार, हयग्रीव अवतार अक्षय तृतीया को हुए थे। अक्षय तृतीया पर दान करना बहुत ही शुभ माना गया है। ज्योतिषों के अनुसार अगर इस दिन इन 14 चीजों का दान किया जाए तो उत्तम फल प्राप्त होता है। इन चीजों गौ, भूमि, सोना, घी, वस्त्र, धान, गुड़, चांदी, नमक, शहद, मटकी, खरबूजा और कन्या दान शामिल हैं। इसलिए इस दिन विवाह भी शुभ मुहूर्त होता है।
शुभ मुहूर्त
18 अप्रैल को तृतीया तिथि 4.47 बजे से शुरू होकर रात 3.03 बजे तक रहेगी। इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग के महासंयोग के कारण यह बहुत ही लाभदायक है।
पूजा विधि: इस दिन सुख समृद्धि और सौभाग्य की कामना के लिए शिव-पार्वती और नर नारायण की पूजा भी की जाती है। इसके अलावा मां लक्ष्मी की पूजा करने का भी इस दिन विधान है।