ऊना: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जमीनी हकीकत जानने के लिए भाजपा ने हिमाचल की चारों सीटों पर सर्वे शुरू कर दिया है। सर्वे दिल्ली की एक एजेंसी द्वारा किया जा रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि मोदी-शाह की जोड़ी हर सीट को महत्वपूर्ण मान कर चल रही है। प्रदेश के भाजपा नेताओं को इस सर्वे की भनक भी नहीं लगी है। मिली जानकारी के मुताबिक सर्वे एजेंसी ने चारों लोकसभा क्षेत्रों में अपनी टीम के 45 लोग तैनात कर दिए हैं।
शिमला व हमीरपुर में यह सर्वे दो हफ्ते पहले शुरू हो गया था और इस हफ्ते से मंडी व कांगड़ा संसदीय हलके में भी टीम जुट गई है। एजेंसी चारों लोकसभा क्षेत्रों में वर्तमान सांसदों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर रही है। पता लगाया जा रहा है कि कौन 2019 में कितने पानी में रहेगा। कौन उम्मीदवार हो सकते हैं। उनकी कमियों और खूबियों की भी टोह ली जा रही है। जातीय समीकरणों को भी देखा जा रहा है। संसदीय क्षेत्र के तहत पडऩे वाले विधानसभा क्षेत्रों में आपसी गुटबाजी किस स्तर पर है और उसके असर को भी आंका जा रहा है।
हलके विशेष में जनता के मुद्दे क्या हैं और किस नेता के प्रति जनता का क्या रुख है, जैसे 35 बिंदुओं पर सर्वे रिपोर्ट बनाई जा रही है। लगे हाथों यह भी जानने की कोशिश की जा रही है कि कांग्रेस में क्या चल रहा है और उसकी ओर से कौन-कौन संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट में हैं। उनके बारे में अलग से सूचना एकत्र की जा रही है। हिमाचल दस्तक के संपर्क में आए सर्वे टीम के कुछ सदस्यों ने कुछ मोटे-मोटे विषय तो शेयर किए लेकिन इस बात से अनभिज्ञता ही जाहिर की कि कौन इस सर्वे को करवा रहा है।
सर्वे टीम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अलग से सवाल पूछ रही है। मसलन पिछले चुनाव में मोदी मैजिक किस तरह का था। इस समय मोदी मैजिक कम हुआ है या बढ़ा है। बढऩे या घटने के कारण क्या है आदि। याद रहे कि पिछले लोकसभा चुनाव में मोदी का जादू चला था और प्रदेश की चारों सीटें भाजपा की झोली में गई थीं।