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PM मोदी और चीन के राष्ट्रपति के बीच शनिवार को दूसरे दौर की वार्ता शुरू

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वुहान में अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन की शुरुआत प्रसिद्ध ईस्ट लेक के किनारे सैर के साथ की और उसके बाद नौका सवारी का आनंद लिया. इस दौरान मोदी-शी ने चाय की भी चुस्की ली.दोनों नेता शी द्वारा मोदी के सम्मान में दिये गए दोपहर के भोज के दौरान भी अकेले में बात करेंगे. प्रधानमंत्री आज स्वदेश के लिये रवाना होंगे. दोनों नेताओं ने कल गर्मजोशी भरे माहौल में व्यापक बातचीत की थी. अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय संबंध को सुधारने और संबंधों में कड़वाहट भरने वाले विवादित मुद्दों के समाधान पर बातचीत हुई.

मोदी ने चीन की लोकप्रिय सोशल मीडिया साइट वीबो पर एक पोस्ट में कहा , ‘‘मैं वुहान में राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मिलकर काफी खुश हूं. हमने व्यापक और लाभप्रद बातचीत की और भारत – चीन संबंध मजबूत बनाने तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार साझा किए. ’’ वीबो पर मोदी के 1,83,112 फॉलोवर्स हैं. भारत और चीन, अफगानिस्तान में साझा आर्थिक परियोजना शुरू करेंगे: आधिकारिक सूत्र

प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी ने आतंकवाद को दोनों देशों के लिए खतरा माना और इससे निपटने के लिए सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताई विदेश सचिवपीएम मोदी और शी जिनपिंग ने ली चाय की चुस्की और कई मुद्दों पर की बात मोदी-शी ने वुहान में झील के किनारे सैर के साथ ही करीब एक घंटे तक नौका – विहार किया.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईस्ट लेक के किनारे किया सैर

शुक्रवार को दोनों नेताओं के बीच सहमति बनी थी कि एक बेहतर विश्व के लिए बेहतरीन द्विपक्षीय संबंध बहुत महत्वपूर्ण है. इस दो दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन चीन के वुहान पहुंचे मोदी का शानदार स्वागत किया गया. दोनों नेताओं ने कहा कि वे चाहते हैं कि इस तरह की अनौपचारिक वार्ताएं और हों. मोदी ने शी जिनपिंग को 2019 में भारत आने का न्यौता भी दिया. मोदी और शी ने कहा कि विश्व में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए पारस्परिक सौहार्दपूर्ण भारत, चीन संबंध अनिवार्य हैं.मोदी और शी को आज अभूतपूर्व अनौपचारिक शिखर वार्ता का समापन करना है. इस वार्ता को पिछले साल डोकलाम में 73 दिन तक चले गतिरोध के बाद विश्वास बहाल करने और संबंधों को सुधारने के भारत और चीन के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है.

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