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कर्नाटक सरकार उदासीन, 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करेगी BJP : मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कर्नाटक के किसानों को नमो ऐप के जरिए संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में 1 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड मुहैया कराया गया है। राज्य में 24,000 हेक्टेयर भूमि पहले ही लघु सिंचाई के तहत लाई जा चुकी है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को भी निशाने पर लिया और कहा कि राज्य सरकार की उदासीनता की वजह से यहां के किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिला। पीएम ने कहा कि येदियुरप्पा एक किसान नेता हैं और जनता को उन्हें अपने सीएम के रूप में चुनना चाहिए। पीएम मोदी ने बुधवार को नमो ऐप के जरिए कर्नाटक के किसानों और बीजेपी किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं से बात की। इस दौरान पीएम ने कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार पर जमकर निशाना साधा और किसानों के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाया। पीएम ने कहा कि येदियुरप्पा एक किसान नेता हैं और उनके नेतृत्व में कर्नाटक के किसानों का फायदा होगा. पीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने फसलों का समर्थन मूल्य डेढ़ गुना बढ़ाया है।…

पीएम मोदी ने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड का दायरा भी अब हमने बढ़ा दिया है अब पशुपालन, पोल्ट्री फॉर्म, मछली पालन एवं कृषि के अन्य कामों के लिए भी इसका प्रयोग किया जा सकता है। फसल बीमा योजना के तहत 3.5 करोड़ किसानों को फायदा मिला है। इनमें से 14 लाख किसान कर्नाटक के हैं। हमने सिंचाई से जुड़ी 100 योजनाओं में सुधार किये। 4000 करोड़ की लागत से कर्नाटक में हमने उन पांच योजनाओं पर दोबारा काम शुरू किया है जो अब तक बंद पड़े थे।

नरेंद्र मोदी एप  के जरिए भाजपा के किसान मोर्चा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि और किसान कल्याण हमेशा से भाजपा की विरासत रहे हैं। उन्होंने कहा, ”मुझे कर्नाटक से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध में शिकायतें मिल रही हैं लेकिन हमारे एक सांसद ने किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं की मदद से अपने निर्वाचन क्षेत्र में बढ़िया काम किया है।

मोदी ने कहा, ”कर्नाटक सरकार उदासीन है। उसे उन लाभों की परवाह नहीं है जो एक किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से हासिल कर सकता है। सूखे के दौरान अगर राज्य सरकार सक्रिय होती तो इससे किसानों को फायदा होता लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। मोदी ने कल तीन जनसभाओं को संबोधित करते हुए अपने अभियान की तूफानी शुरुआत की थी। किसानों तक पहुंचने में किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं की भूमिका का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने उनसे आह्वान किया कि वे किसानों को एक ऐसी सरकार की जरूरत के बारे में आश्वस्त करें जो उनके मुद्दों के प्रति संवेदनशील हो। उन्होंने कहा, ”हमें किसानों को आश्वस्त करना होगा और हमें उन्हें विश्वास दिलाना होगा कि यह ऐसा समय है जब ऐसी सरकार होनी चाहिए जो किसानों के प्रति संवेदनशील हों , जो उनकी समस्याओं को समझे … किसानों का कल्याण उसकी प्रमुख जिम्मेदारी हो।

मीडिया द्वारा साल 2018-19 के बजट को किसानों का बजट और ग्रामीण भारत का बजट बताए जाने का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ” कृषि और किसानों का कल्याण हमेशा हमारी विरासत रही है। यह हमारा स्वभाव रहा है, यह हमारे सोचने का तरीका रहा है। पीएम मोदी बोले, हमने किसानों के लिए 14 लाख करोड़ का प्रावधान किया। भारत के इतिहास में यह किसानों के लिए सबसे अधिक बजट है। बीजेपी किसानों के लिए काम करती है। बीजेपी का बजट हमेशा से ही किसान समर्थक रहा है। किसानों का कल्याण हमारा लक्ष्य है। मोदी ने कहा कि येदियुरप्पा किसान नेता हैं और कर्नाटक में उनकी सरकार बनती है तो किसानों को इसका फायदा होगा। हमारी सरकार ने किसानों की आय को दोगुना करने का प्रण लिया है। अन्नदाता की सेवा एक बड़ा सौभाग्य। लेकिन कर्नाटक सरकार को सेवा में नहीं झूठी खबर पहुंचाने और किसान के नाम पर राजनीति करने में ही आनंद मिलता है।

आपको बता दें कि मोदी यह संबोधन ऐसे दिन कर रहे हैं जब उनकी सरकार देश भर में ब्लाक स्तर पर किसान कल्याण कार्यशाला का आयोजन कर रही है। बीजेपी ने अपने सांसदों से इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कहा है।किसानों तक पहुंच मजबूत बनाने के प्रयासों के तहत केन्द्र सरकार आज से देशभर में ब्लाक स्तर पर किसान कल्याण कार्यशाला का आयोजन कर रही है। भाजपा ने अपने सभी सांसदों से इस कार्यशाला में हिस्सा लेने को कहा है। इस कार्यशाला का आयोजन ग्राम स्वराज अभियान के तहत किया जा रहा है । इस अभियान को देश के अनुसूचित वर्ग के लोगों, आदिवासियों, युवाओं, किसानों तक मोदी सरकार की जन कल्याण योजनाओं को पहुंचाने की पहल के तौर पर देखा जा रहा है।

ग्राम स्वराज अभियान की शुरूआत 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के अवसर पर किया गया था और यह पांच मई को समाप्त हो रहा है। सूत्रों ने बताया कि कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने पार्टी के सभी सांसदों को पत्र लिखा है और उनसे अपने अपने क्षेत्र में किसान कार्यशाला में हिस्सो लेने का आग्रह किया है। मोदी ने चुनाव वाले राज्यों के पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात करने के लिए अक्सर आधुनिक संचार उपकरणों का इस्तेमाल किया है। किसानों का मुद्दा चुनाव प्रचार अभियान के केंद्र में है। कर्नाटक में सत्ताधारी कांग्रेस और केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी दोनों ही एक दूसरे पर ‘‘किसान विरोधी’’ होने का आरोप लगा रही हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उडुपी में चुनावी रैली में कांग्रेस सरकार पर हत्या में सुगमता की संस्कृति शुरू करने का आरोप लगाया।मोदी ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के शासनकाल के दौरान राजनीतिक हिंसा में दो दर्जन से अधिक भाजपा कायर्कर्ता मारे गए। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि वह आपके विचारों का विरोध कर रहे थे, उन्होंने कर्नाटक के लोगों के लिए आवाज उठाई। उन्होंने कहा, हम कारोबार की सुगमता को बढ़ावा देना चाहते हैं, उन्होंने (कांग्रेस ने) हत्या की सुगमता की संस्कृति शुरू की है।

मोदी ने कहा कि बैंकों के राष्ट्रीयकरण के बावजूद गरीब बैंकिंग प्रणाली से बाहर थे। एक समय था कि गरीबों का बैंक खाता नहीं हुआ करता था। वे अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा और बैंकिंग प्रणाली से बाहर थे। हमने उनके लिए जनधन योजना शुरू की। पहले कांग्रेस सरकारें चंद लोगों को बैंकों की लूट करने देती थीं किंतु युवाओं, किसानों एवं गरीबों को कर्ज नहीं मिलता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया और कहा कि जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा को अपमानित करना अहंकार दर्शाता है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए उन को माटी का लाल और किसान का बेटा बताया। पूर्व प्रधानमंत्री की तारीफ के पुल बांधते हुए मोदी ने कहा कि देवगौड़ा सर्वाधिक सम्मानित और कद्दावर नेताओं में से एक हैं जिनके लिए उनके मन में बहुत सम्मान है। मोदी ने कहा कि राजनीति में मतभेद हो सकते हैं किंतु सार्वजनिक जीवन में मर्यादा होती है।

मोदी ने कहा, मैं कुछ दिन पहले समाचार पत्र में पढ़ रहा था और मैंने पाया की कर्नाटक में दो जमा एक का फार्मूला चल रहा है। यह कुछ और नहीं बल्कि कांग्रेस की पारिवारिक राजनीति का कन्नड़ संस्करण है। उनका ईशारा मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के दो जगह और उनके बेटे के एक जगह से चुनाव लड़ने की ओर था। प्रधानमंत्री ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर केंद्र की विभिन्न आधारभूत परियोजनाओं में रोड़े अटकाने के भी आरोप लगाए। अटकाना, लटकाना और भटकाना उनके स्वभाव में है।

बेंगलुरु। दो जमा एक फार्मूला के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि चुनाव जीतने का मोदी का फार्मूला दो रेड्डी जमा एक येद्दी है। सिद्धरमैया ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री ने भी दो स्थानों से चुनाव लड़ा था। दागी खनन कारोबारी जी जर्नादन रेड्डी के भाइयों को भाजपा की ओर से चुनावी मैदान में उतारने पर मुख्यमंत्री ने मोदी पर हमला बोला और कहा, चुनाव जीतने के लिए मोदी का फार्मूला दो रेड्डी जमा एक येद्दी है।

नई दिल्ली। कर्नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से राहुल गांधी पर हमला किए जाने के बाद कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि अब बात नामदार और कामदार नहीं, बल्कि ईमानदार की होगी। कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा, प्रधानमंत्री को राहुल गांधी पर बोलने की बजाय राफेल सौदे, और नीरव मोदी जैसे मुद्दों पर बोलना चाहिए। भाजपा के नेता और मंत्री कोई भी भाषा बोलें, हम तैयार हैं। आप आगे आएं और उन मुद्दों पर जवाब दें जो राहुल गांधी ने उठाए हैं।

वहीं मोदी पर पलटवार करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि चुनाव जीतने का मोदी का फार्मूला दो रेड्डी जमा एक येद्दी है। सिद्धरमैया ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री ने खुद भी दो स्थानों से चुनाव लड़ा था। दागी खनन कारोबारी जी जर्नादन रेड्डी के भाइयों को भाजपा की ओर से चुनावी मैदान में उतारने पर मुख्यमंत्री ने मोदी पर हमला बोला और कहा, चुनाव जीतने के लिए मोदी का फार्मूला दो रेड्डी जमा एक येद्दी है। सिद्धरमैया ने ट्वीट करके भी मोदी से कई सवाल पूछे। उन्होंने पूछा, क्या आप महादयी नदी के जल को साझा करने पर विवाद का समाधान करने के लिए तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाएंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को कांग्रेस पर आरोप लगाया कि राज्य में कांग्रेस के पांच साल के शासन में 3700 से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है।

शाह ने जिले के अराकालगोडु निर्वाचन क्षेत्र में रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो कर्नाटक को कांग्रेस मुक्त करा सकती है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा विकास कार्यों का ब्योरा मांगे जाने के संदर्भ में कहा कि भाजपा देश भर में किए गए विकास कार्यों पर खर्च की गई पाई-पाई का हिसाब देगी, लेकिन कांग्रेस की चार पीढ़ियों के शासन करने के  बावजूद देश से गरीबी नहीं मिटी। उन्होंने सिद्धरमैया सरकार पर आरोप गया कि वह न केवल भ्रष्ट है बल्कि राज्य में भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कम से कम 24 कार्यकतार्ओं की हत्या में भी संलिप्त है।

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