मृतक की पहचान किशोरी लाल पुत्र प्रेम चंद निवासी जमलोटी डाकघर मलागढ़, बंगाणा के रूप में हुई है। वहीं पुलिस शिकायत के आधार पर शव को कब्जे में लेकर शव का पोस्टमार्टम करवा कर रही है। परिजनों का आरोप है कि आप्रेशन के बाद न तो चिकित्सक मरीज को देखने आए और न ही एंबुलेंस उपलब्ध करवाई। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि ऐसे अस्पताल को तुंरत बंद किया जाए, ताकि भविष्य में किसी को अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा जान गवां कर न चुकाना पड़े। किशोरी लाल निवासी जमलोटी शनिवार शाम 3 बजे किशोरी लाल का हार्निया का ऑपरेशन हुआ। ऑपरेशन के कुछ समय बाद किशोरी लाल की तबीयत बिगड़ने लगी और रात करीब 8 बजे मौत हो गई। किशोरी लाल के बेटे मितेश कुमार का आरोप है कि चिकित्सक की लापरवाही के चलते पिता की मौत हुई है। ऑपरेशन के बाद चिकित्सक चले गए। तबीयत खराब होने के बाद कई बार चिकित्सक को फोन भी किया गया, लेकिन नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि अस्पताल द्वारा कोई एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं करवाई गई, ताकि पिता को कहीं दूसरे हॉस्पिटल ले जा पाते।
एएसपी अमित शर्मा ने बताया कि शिकायत के बाद पुलिस जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अगामी कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल के डॉक्टर डॉ. मलिक का कहना है कि ऑपरेशन सफल हुआ था, लेकिन ऑपरेशन के बाद हार्ट अटैक आ गया, जिसके चलते मौत हो गई। जो कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के बाद वे मरीज के साथ ही था।