ऊना हिमाचल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व तीन बार के सांसद सुरेश चंदेल की तलख टिप्पणियों के बीच राज्य भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती के बुलावे पर पूर्व सांसद चंदेल ऊना पहुंचे। स्थानीय विश्राम गृह में चंदेल व सत्ती के बीच बंद कमरे में करीब 40 मिनट तक चर्चा हुई। कमरे में दोनों नेताओं के बीच क्या बात हुई, इसको लेकर तो कोई अधिकृत जानकारी नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि सुरेश चंदेल ने एक बार फिर से सतपाल सिंह सत्ती के समक्ष अपने मन की बात रखी है और विधानसभा चुनावों के बाद से लेकर अब तक उनकी भूमिका तय न होने पर अपना तर्क रखा है।
सुरेश चंदेल लंबे समय से पार्टी के अनुशासन कार्यकर्ता के रूप में जुड़े हुए हैं। ऐसे में अपनी बात को चंदेल ने प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखकर गेंद उनके पाले में डालने का काम किया है। सुरेश चंदेल पार्टी में काम करने को लेकर काफी आशावान है, लेकिन उनकी प्राथमिकता के अनुसार पार्टी में उन्हें जिम्मेवारी नहीं मिल रही है और सरकार में भी अभी तक वरिष्ठ नेताओं की तैनाती नहीं हो पाई है। ऐसे में चंदेल न तो पार्टी न ही सरकार में पूछ होने के चलते कुछ निराश है, लेकिन अनुशासन में बंधे होने के कारण पार्टी मंच पर अपनी बात को आगे बढ़ा रहे हैं।
इसी कड़ी में सुरेश चंदेल जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी अपने दर्द को बयां कर चुके हैं। इसके बाद चंदेल ने हिमाचल भाजपा के दिग्गज नेता प्रेम कुमार धूमल व शांता कुमार से भी अपना पक्ष रखा है। अब उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष से बात कर अपनी बात फिर रखने का प्रयास किया है। सत्ती ने भी सुरेश चंदेल की बात सुनी है। अब देखना यह है कि आने वाले समय में सुरेश चंदेल को लेकर पार्टी किस प्रकार की भूमिका तय करती है या चंदेल को ही अपनी राह पकडऩे पड़ेगी।
पूर्व सांसद सुरेश चंदेल ने कहा कि राज्य भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने ऊना में आयोजित होने वाले जनमंच कार्यक्रम को लेकर आने का न्यौता दिया था। जिसके चलते मैं शाम के समय ऊना पहुंचा था और भाजपा अध्यक्ष के साथ शिष्टाचार के नाते मुलाकात हुई। मुलाकात में क्या बातें हुई, इस पर टिप्पणी करने से इंकार किया।