ऊना: प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने रविवार को ऊना सदर में बनने वाले पीजीआई सैटेलाइट सैंटर की जमीन का किया निरीक्षण। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने प्रशासन को जरूरी औपचारिताएं जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने डॉक्टरों की निजी प्रैक्टिस करने तथा डेपुटेशन पर डॉक्टर लगाने पर कहा कि यदि मामला सरकार के ध्यान में आता है तो विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
विपिन परमार ने कहा कि प्रदेश सरकार पीजीआई सैटेलाइट सेंटर के निर्माण को जल्द शुरू करने के लिए वचनबद्ध है और इसके लिए हर बाधा को दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऊना अस्पताल में डॉक्टरों सहित पैरामेडिकल स्टाफ की कमी को दूर किया जाएगा। सरकार 200 डॉक्टरों के पदों को भरने जा रही है। इसके अलावा हर मंगलवार को वॉक-इन-इंटरव्यू के माध्यम से डॉक्टरों के पदों को भी भरा जा रहा है। ऊना का पीजीआई सैटेलाइट सैंटर केंद्र सरकार की प्राथमिकता में है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि ऊना के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र कई बड़ी परियोजनाओं को स्वीकृत किया है। उन्होंने कहा कि 500 करोड़ रुपये से पीजीआई चंडीगढ़ का सैटेलाईट हेल्थ सैंटर स्वीकृत हुआ है। उन्होने कहा कि 500 बिस्तरों वाले इस संस्थान में 125 डॉक्टर तथा 1370 पैरा मेडिकल स्टॉफ की तैनाती होगी। इसके अलावा ऊना के लिए 20 करोड़ रुपये का मदर-चाइल्ड अस्पताल स्वीकृत हुआ है तथा इसके लिए सवा चार करोड़ रुपये की पहली किस्त प्राप्त हो गई है।
सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार बनते ही मात्र पांच महीनों में ही बदलाव देखने को मिल रहा है। सरकार ने 13 सौ सामाजिक सुरक्षा पैंशन 70 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी बुजुर्गों को मिले इस दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय जनहित में लिया है। समाज के हर वर्ग की समस्या समाधान के लिए जन मंच उपलब्ध करवाया है। उन्होनेे जन मंच कार्यक्रम के व्यापक प्रचार-प्रसार पर बल दिया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस कार्यक्रम का लाभ उठा सकें।