मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की शासी-परिषद की बैठक
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शहरी क्षेत्रों में महिला स्व-सहायता समूहों के गठन को जन-आंदोलन बनायें। शहरों में पहले से गठित महिला स्व-सहायता समूहों का सुदृढ़ीकरण करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह निर्देश आज यहाँ दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की शासी-परिषद की बैठक में दिये। श्री चौहान ने कहा कि कौशल उन्नयन कार्यक्रम में प्रशिक्षित गरीब हितग्राहियों को रोजगार दिलाने के बाद भी मॉनीटरिंग की जाये। योजना का विस्तार प्रदेश के सभी 378 शहरों में किया जाये। अभी योजना का क्रियान्वयन प्रदेश के 80 शहरों में किया जा रहा है।
बैठक में बताया गया कि योजना के क्रियान्वयन में वित्तीय वर्ष 2017-18 में प्रदेश को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। बीते चार वर्षों में प्रदेश में 17 हजार 193 महिला स्व-सहायता समूह गठित किये गये हैं, जिनमें 2 लाख 6 हजार 316 महिला सदस्य हैं। स्व-रोजगार कार्यक्रम में 52 हजार 362 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक लाख 4 हजार 277 हितग्राहियों को प्रशिक्षण दिया गया है, जिनमें से 56 हजार 237 हितग्राहियों का प्लेसमेंट हो चुका है। योजना में प्रदेश में शहरी बेघरों के लिये 131 आश्रय स्थलों का संचालन किया जा रहा है। प्रदेश में राज्य कैप्टिव एवं इनहाऊस प्लेसमेंट पॉलिसी के तहत 8 हजार 900 हितग्राहियों को उद्योगों में प्रशिक्षण दिलवाकर रोजगार दिलवाया जायेगा।
बैठक में वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह सहित शासी-परिषद के सदस्य, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल और श्री विवेक अग्रवाल, आयुक्त नगरीय प्रशासन श्री गुलशन बामरा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।