तिरुवल्लुर जिले में सरकारी हाईस्कूल के 28 वर्षीय इंग्लिश टीचर जी भगवान. कुछ दिन पहले तबादला दूसरे इलाके में कर दिया गया. बुधवार को वे स्कूल से बाहर निकले तो स्टूडेंट्स ने रोक लिया और घेरकर रोने लगे. यहां तक कि वे धरने पर बैठ गए. असर ये हुआ कि सरकार ने टीचर के ट्रांसफर पर 10 दिन के लिए रोक लगा दी. स्टूडेंट्स का कहना था, ‘वह स्कूल के सबसे सपोर्टिव स्टाफ मेंबर्स में से एक हैं. टीचर जब स्कूल छोड़कर जाने लगे तो सभी स्टूडेंट्स उनको पीछे से रोक रहे थे और खूब रो रहे थे. टीचर जी भगवान भी फूट-फूटकर रो रहे थे.
सरकार ने 10 दिन के लिए ट्रांसफर रोक दिया गया है. इन दस दिन में सरकार फैसला लेगी कि वो तिरुवल्लुर में ही रहेंगे या फिर किसी नए स्कूल में जाएंगे. जी भगवान ने कहा- ये मेरी स्कूल में पहली जॉब है. मैं 2014 में सरकारी हाईस्कूल में अपॉइंट हुआ था. असल में यहां जरूरत से ज्यादा टीचर हैं और उनमें से मैं एक हूं. इसलिए उन्होंने फैसला लिया कि मुझे ऐसे स्कूल में भेजा जाए जहां स्टाफ काफी कम है. इसलिए मेरा ट्रांसफर टिरुट्टनी में हुआ.
भगवान 6वीं क्लास से लेकर 10वीं क्लास तक के बच्चों को इंग्लिश पढ़ाते हैं. जैसे ही पता चला कि उनके टीचर का ट्रांसफर हो गया तो बच्चे धरने पर बैठ गए और स्कूल न आने का कहने लगे. बच्चों के माता-पिता ने उनकी इस बात पर साथ दिया. भगवान ने कहा- ”वो मेरे गले लग रहे थे. मेरे पैर छू रहे थे. मुझे जाने के लिए रोक रहे थे. जिसको देखकर मैं भावुक हो गया. जिसके बाद मैं उन्हें हॉल में ले गया और कहा कि मैं कुछ दिन में आ जाऊंगा.”