योग भारतीय परम्परा का एक अमूल्य उपहार है, क्योंकि यह मन और शरीर, विचार और कर्म, मनुष्य और प्रकृति के बीच एकता का प्रतीक तथा स्वास्थ्य और कल्याण के लिए समग्र दृष्टिकोण है। मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने यह बात आज यहां रिज मैदान पर आयोजित विश्व योग दिवस समारोह के दौरान मीडिया के साथ बातचीत करते हुए कही।
श्री जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 में राष्ट्र संघ को वर्ष के सबसे लम्बे दिन 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि तब से पूरी दुनिया योग दिवस मना रही है। उन्होंने कहा कि योग केवल एक व्यायाम ही नहीं, बल्कि विश्व तथा प्रकृति के साथ एकता की भावना को विकसित करने का माध्यम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग कर अभ्यास करने की कला व्यक्ति के मन, शरीर तथा आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करती है। उन्होंने कहा कि यह शन्तिपूर्ण शरीर तथा मस्तिष्क को हासिल करने में शारीरकि तथा मानसिक विषयों को एक साथ लाता है तथा तनाव और चिन्ता पर नियंत्रण पाने में मदद करता है।