मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने गत सांय श्री राज कुमार वर्मा द्वारा लिखी पुस्तक ‘ऊर्जा राज्य का सपना नकारात्मकता के मायाजाल में’ का विमोचन किया। श्री वर्मा मंडी ज़िला से संबंध रखने वाले सेवानिवृत्त इंजीनियर हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लेखक के प्रयास की सराहना की और कहा कि यह पुस्तक राज्य की जल विद्युत क्षमता पर शोध कर रहे शोधार्थियों के लिए उपयोगी होगी। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक राज्य में बिजली क्षेत्र में निवेश करने के लिए उत्सुक उद्यमियों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हमेशा बिजली की क्षमता का दोहन करने को प्राथमिकता दी है क्योंकि यह क्षेत्र राज्य को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने में सक्षम है।
श्री जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य में 27 हजार मैगावाट से अधिक जल विद्युत दोहन की क्षमता है तथा सरकार इसे निजी और सार्वजनिक भागीदारी द्वारा आमंत्रित करके दोहन करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार सकारात्मक सोच तथा दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है तथा राज्य में बिजली उत्पादन कर रही विभिन्न कम्पनियों को कई लाभ प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पुस्तक को विशेषकर बिजली उत्पादन के क्षेत्र में नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर ले जाने वाले एक कदम के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुस्तक में राज्य की बिजली क्षमता के समुचित उपयोग के लिए व्यवहारिक सुझाव दिए गए हैं। राज्य ने बिजली के क्षेत्र में बहुत कुछ हासिल किया है लेकिन प्रदेश को ऊर्जा राज्य बनाने के लिए राज्य को बहुत कुछ करने की आवश्यकता है जिसके लिए सरकार तथा बिजली उत्पादकों को सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास राज्य में ऊर्जा के दोहन में आ रही सभी बाधाओं को दूर करना है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से करना चाहिए।
ऊर्जा मंत्री श्री अनिल शर्मा ने कहा कि सरकार राज्य में उपलब्ध बिजली क्षमता का पूरी तरह से उपयोग करने के लिए नई ऊर्जा नीति ला रही है। उन्होंने कहा कि जल विद्युत के अतिरिक्त राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा का प्रयोग करने के प्रयास किए जाएंगे।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक श्री संजीवन ने इस अवसर पर कहा कि बिजली क्षमता का उपयोग करना राज्य के लिए समृद्धि की कुंजी है।
सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता तथा सर्वोच्च न्यायालय के बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव श्री अशोक अरोड़ा ने इस अवसर पर अपने विचार रखे।
पुस्तक के लेखक श्री राज कुमार वर्मा ने पुस्तक की मुख्य विशेषताएं बताते हुए पुस्तक लिखते समय के अपने अनुभवों को सांझा किया।
सांई इंजीनियर फांउडेशन के महाप्रबन्धक श्री हेम सिंह ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
विधायक श्री जे.आर. कटवाल, राज्यपाल के सलाहकार डॉ. शशिकांत शर्मा, भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री गणेश दत्त और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।