शहीद के परिवार को मिलेगी सम्मान निधि एक करोड़
श्रद्धाँजलि सभा में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सहायक उप निरीक्षक, पुलिस स्वर्गीय अमृत लाल भिलाला को शहीद का दर्जा दिया जायेगा। उनके परिजनों को सम्मान निधि स्वरूप एक करोड़ रूपये की राशि दी जाएगी। स्वर्गीय भिलाला की स्मृति में प्रतिमा की स्थापना की जायेगी। परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा दिये जाने के संबंध में भी विचार किया जायेगा। स्वर्गीय भिलाला की पत्नी श्रीमती रंभा बाई को पेंशन आदि अन्य सुविधायें नियमानुसार प्राप्त होंगी। यह बात श्री चौहान ने आज डीआरपी लाइन नेहरू नगर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कही। पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला, संभागायुक्त श्री कविन्द्र कियावत एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल के सदस्य इस मौके पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वर्गीय भिलाला अपनी जान पर खेलते हुये कर्तव्य पालन करते हुए वीर गति को प्राप्त हुए हैं। दु:ख की इस घड़ी में परिजनों के साथ पूरा प्रदेश खड़ा है। मुख्यमंत्री ने उपचाराधीन स्वर्गीय भिलाला से अस्पताल में भेंट का उल्लेख करते हुये कहा कि उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार की जानकारी मिली थी। स्वयं स्वर्गीय भिलाला ने मुझसे अत्यंत सहजता के साथ वार्तालाप भी किया था। वे मानसिक रूप से अत्यंत मजबूत व्यक्ति थे, जिन्होंने पूरी प्रमाणिकता और परिश्रम के साथ कर्तव्य पालन किया। उन्होंने कहा कि घटना के अपराधियों को कड़ी सजा मिले, इसके लिये तत्परता के साथ कार्यवाही होगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज का सूचना क्रांति का दौर अकल्पनीय अपराधों को जन्म दे रहा है। यह चिंता और चिंतन का विषय है। उन्होंने कहा कि पुलिस अपराधों को सख्ती के साथ रोकने की रणनीति बनायेगी।
श्री चौहान ने दिवंगत आत्मा के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किये और परिजनों को ढ़ाढंस बंधाया। उन्होंने परम पिता परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को दु:ख सहन करने की क्षमता देने की प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने स्वर्गीय भिलाला की अंतिम यात्रा में शामिल होकर उन्हें कंधा दिया। श्रद्धांजलि सभा के उपरांत स्वर्गीय भिलाला का पार्थिव शरीर राजकीय सम्मान के साथ उनके गृह नगर राजगढ़ के लिये रवाना हुआ। स्वर्गीय भिलाला का गत रात्रि उपचार के दौरान निधन हो गया था।