इस पुल के बनने से ऊना और हरोली के बीच की दूरी करीब 10 किलोमीटर तक कम हो जाएगी, जिससे लोगों के समय के साथ-साथ पैसों की भी बचत भी होगी। हरोली-ऊना पुल को नेशनल हाईवे की तर्ज पर बनाया जा रहा है, जिसकी कुल लंबाई 773 मीटर और चौड़ाई 10 मीटर रखी गई है। इस पुल पर पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए दोनों ओर डेढ़ मीटर का रास्ता बनाया गया है, ताकि पैदल चलने वालों के साथ-साथ सैर करने वाले अपनी आवाजाही ट्रैफिक की बिना रोक-टोक कर सके।
इस पुल के बन जाने से हरोली से ऊना के बीच की दूरी करीब 10 किलोमीटर कम होगी। पुल के बन जाने से हरोली से ऊना की दूरी मात्र दस मिनट में तय हो सकेगी। हरोली और ऊना को जोड़ने वाले इस पुल के लिए स्वां के बीच गहरी मजबूती और ऊंचाई के साथ 20 पिल्लर बनाए गए हैं, जबकि 19 स्पैन पुल को पूरा करने के लिए डाले गए हैं।
पीडब्ल्यूडी के एक्सईन राजेंद्र सिंह चंदेल ने कहा कि हरोली-रामपुर पुल बनकर तैयार है। उन्होंने कहा कि ये प्रदेश का सबसे लंबा पुल होगा और इसकी डीपीआर 56 करोड़ की स्वीकृत हुई थी, लेकिन पुल का निर्माण करीब 34 करोड़ रुपये में पूरा होने का अनुमान है।
वहीं, पुल के बनने से स्थानीय लोगों में खासा उत्साहस देखा जा सकता है। लोगों का कहना हैकि इस पुल के बनने से समय और पैसे की बचत होगी। वहीं, हरोली से जिला मुख्यालय की दूरी भी कम हो जाएगी।