सीएम ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में बिजली नहीं मिलती थी, लेकिन हमने हमने पर्याप्त बिजली की व्यवस्था की है। गरीबों को बिजली के बिल की ज्यादा बकाया राशि परेशान करती थी। इसलिये राज्य सरकार ने तय किया है कि जुलाई और अगस्त माह में कैम्प लगाकर गरीब श्रमिकों के बिजली के बिल माफ किये जायें और उन्हें शून्य बिजली बिल के प्रमाण-पत्र दिये जायें। इसकी शुरूआत आज से पूरे प्रदेश में हो रही है, जिसके तहत गरीबों के 5000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा के बिजली बिल माफ किये जायेंगे। सीएम ने कहा कि जात-पांत के झगड़े बड़े लोग करते हैं। गरीब किसी भी जाति या धर्म के हों, प्रेम से रहें। जब सब गरीब एक साथ होंगे, तो गरीब की ताकत दुनिया देखेगी। प्रदेश में यह गरीबों को न्याय देने की क्रांति है। मध्यप्रदेश में गरीबों को उनका हक देने की क्रांति हो रही है। उन्होंने कहा कि सब गरीब साथ चलें और प्रदेश को बदलने तथा अपना भविष्य बेहतर बनाने का संकल्प लें।
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि कि यह धरती भगवान ने सबके लिये बनाई है। संसाधनों पर सबका हक है, परन्तु कुछ लोग अमीर हो गये। उनके पास धन के अकूत भंडार हो गये। बाकी जनता गरीब रह गई और उसके लिये पेट भरना भी समस्या हो गई। लेकिन हमारे प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय कहते थे गरीबों की सेवा में ही परमात्मा के दर्शन होते हैं। इसलिये राज्य सरकार ने गरीबों के हित में काम करने के लिये कई योजनाएं बनाई है। उन्होंने कहा कि गरीबी हटाने के लिये जिनके पास धन हैं, उन पर टैक्स लगाकर धन लेना और गरीबों को सुविधा के लिये बाँट देने का रास्ता अपनाया गया है। मेहनत गरीब करें, खून-पसीना बहाएँ और उसका आनंद दूसरे लोग उठायें, यह ठीक नहीं है। गरीबों को पूरा हक और न्याय दिया जायेगा।
बिजली बिल माफ योजना का शुभांरभ करते हुये सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री जन-कल्याण (संबल) योजना में पंजीकृत श्रमिक सरल बिजली योजना में पात्र होंगे। इन्हें नया विद्युत कनेक्शन लेने के लिये कोई प्रभार नहीं लगेगा। पात्र उपभोक्ताओं को 200 रूपये प्रतिमाह का बिजली बिल या इससे कम का बिजली बिल आने पर वास्तविक बिल की राशि ही जमा करानी होगी। उन्होंने कहा कि इस योजना में 2018 की स्थिति में पूर्ण मूल बकाया एवं सरचार्ज राशि की माफी होगी। मुख्यमंत्री ने प्रतीक स्वरूप कुछ हितग्राहियों को शून्य बिजली बिल के प्रमाण-पत्र और उज्जवला योजना के हितग्राहियों को नि:शुल्क घरेलू गैस कनेक्शन के लाभ वितरित किये।