भोपाल।गुरुवार सुबह से शहर में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार आज चार घंटे में तीन इंच बारिश दोपहर तक हो चुकी है। कई इलाकों में सड़के लबालब हो गईं। कई निचली बस्तियों में घरों में पानी भर गया। लोगों को उन इलाकों में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जहां सड़के खुदी हुई हैं। कई इलाकों में बिजली गुल होने की भी खबर है। महापौर आलोक शर्मा ने सभी अफसरों को फील्ड में जाने के निर्देश दिए हैं।
तेज बारिश से राजधानी के कई इलाकों में जलभराव के हालत हैं। प्रशासन अकादमी से शाहपुरा लेक सामने से मनीषा मार्केट की ओर जाने वाले रास्ते पर ट्राफिक रोक दिया गया है।वहीं पुराने शहर में कई जगह सड़कों पर पानी जमा होने के कारण ट्राफिक डायर्वट किया गया है।बारिश की पहली ही झड़ी में शहर का सीवेज सिस्टम फेल हो गया। हालांकि नगर निगम ने बारिश के मौसम में जलभराव की समस्या नहीं होने का दावा किया था। पहली ही बारिश में शहर में अधिकांश स्थानों पर नालियां चौक हो गईं।
कहां-कहां जलभराव-रचनानगर अंडर ब्रिज, हबीबगंज अंडर ब्रिज, प्रशासन अकादमी के सामने, मानसरोवर कॉम्पलेक्स के सामने, अवधपुरी की कई कॉलोनियां, लवकुश नगर, अयोध्यानगर, अयोध्या नगर एक्सटेंशन, क्वींसमेरी स्कूल, जेके रोड, कल्पना नगर शिवमंदिर, वाजपेयी नगर, आरिफ नगर, हमीदिया रोड, भारत टॉकीज चौराहा, पुल पातरा, सेफिया कॉलेज रोड, भोपाल टॉकीज, कोलार की कई कॉलोनियां। 27 जून को मानसून ने शहर में दस्तक दी थी। इसके तहत 28-29 जून को बौछारें भी पड़ी थीं। 29 जून को आषाढ़ माह शुरू होने के साथ ही आसमान से बादल गायब होने लगे। हालांकि रोजाना दोपहर बाद बादल आते तो है, लेकिन बरसते नहीं है।
बादल मंगलवार और फिर बुधवार सुबह से ही घिर रहे थे। सुबह के वक्त करीब 30 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से हवा भी चली। लेकिन बौछारें नहीं पड़ीं। अलबत्ता कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी जरूर हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञान अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून द्रोणिका (ट्रफ) के पिछले दिनों हिमालय के तराई वाले क्षेत्र की तरफ शिफ्ट हो जाने से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बरसात की गतिविधियां कम हो गई हैं।चार-पांच दिन बाद अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में मानसूनी हलचल (सिस्टम) बनने के संकेत मिल रहे है। इसके बाद से फिर बरसात का दौर शुरू हो सकता है।