जब से जम्मू कश्मीर में बीजेपी की समर्थन वापसी के बाद महबूबा मुफ्ती की पीडीपी सरकार गिरी है दोनों तरफ से जमकर बयानबाजी हो रही है। कभी महबूबा मुफ्ती पार्टी में तोड़फोड़ के लिए बीजेपी को नसीहत देती है तो कभी उसे गठबंधन धर्म का पाठ पढ़ाती हैं।
महबूबा ने कहा कि बीजेपी के साथ सरकार बनाना उसके लिए जहर पीने जैसा था। उन्होंने कहा- “मुफ्ती साहब बीजेपी के साथ सरकार बनाने के लिए दोबारा इसलिए तैयार हुए थे क्योंकि हमारा वाजपेयी जी की सरकार के वक्त अच्छा गठबंधन चला था। लेकिन इस वक्त यह काफी कठिन फैसला रहा। बीजेपी के साथ गठबंधन करना जैसे जहर पीना था। मैने 2 साल 2 महीने गठबंधन का खामियाजा भुगता है।”
गौरतलब है कि घाटी में बीजेपी-पीडीपी गठबंधन की अगुवाई में पहले मुफ्ती मोहम्मद सईद मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन, उनके निधन के बाद फिर से बीजपी-पीडीपी के गठबंधन में उनकी बेटी और पीडीपी चीफ महबूबा मुख्यमंत्री बनी। लेकिन राज्य में खराब हालात और अन्य आरोपों के बाद बीजेपी ने महबूबा सरकार से अपना समर्थन खींचते हुए वहां पर राज्यपाल शासन लगाने की मांग की। उसके बाद से दोनों दलों के बीच लगातार बयानबाजी जारी है।
महबूबा ने इससे पहले धमकी दी थी कि अगर बीजेपी उनकी पार्टी किसी तरह का तोड़फोड़ करती है तो घाटी में 1990 जैसे हालात पैदा होंगे।