जिलों में तैनात पुलिस अधीक्षकों को जिला छोड़ने से पहले डीसी को लिखित में जानकारी देने के गृह विभाग के विवादित आदेश को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बदल दिया है।मुख्यमंत्री ने कहा है कि दोनों ही अधिकारी अगर एक दूसरे को छुट्टी या टूर पर जाने की जानकारी देंगे तो इससे कामकाज और बेहतर होगा। इससे तालमेल ठीक रहेगा तो प्रशासनिक कार्यों में बाधा नहीं आएगी।
अमर उजाला ने गृह विभाग के इस विवादित आदेश और उसके बाद आईपीएस अधिकारियों के बीच उठी नाराजगी की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद अब मुख्यमंत्री ने विवादित मामले में नए आदेश कर दिए हैं।
शनिवार शाम को गृह विभाग ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को आदेश जारी किए थे कि वे छुट्टी या टूर पर जाने के दौरान अगर जिला छोड़ते हैं तो उन्हें अपने जिले के उपायुक्त को जानकारी देनी होगी।इसके पीछे डीसी को एसपी के छुट्टी पर होने की जानकारी न होने से कानून-व्यवस्था संभालने में पेश आने वाली दिक्कतों को कारण बताया गया था। सूत्रों का कहना था कि इस आदेश के पीछे डीसी और एसपी के बीच तालमेल की कमी के बाद हुए कसौली कांड रहा है।
कसौली कांड के बाद जब जांच हुई और विवाद बढ़ा तो बात सामने आई कि डीसी को इसकी जानकारी ही नहीं थी कि एसपी छुट्टी पर हैं। चूंकि इस बात के सामने आने के बाद एसपी के बजाय उपायुक्त की गलती सामने आई कि एसपी को बैठक में बुलाया तक नहीं गया, इसलिए यह नई व्यवस्था कर दी गई। विवादित आदेश के बाद आईपीएस संवर्ग में खासी नाराजगी हो गई थी। वहीं, मंगलवार को आईपीएस एसोसिएशन ने भी इस आदेश पर मंथन के लिए पुलिस मुख्यालय में बैठक बुलाई थी।इसी बीच मुख्यमंत्री ने अब पुलिस अधीक्षक और उपायुक्त दोनों को ही एक-दूसरे को सूचना देने के आदेश जारी कर विवाद को खत्म करने का प्रयास किया है।