28 सितंबर शुक्रवार यानी आज के दिन पितृ पक्ष की चतुर्थी का श्राद्ध है. श्राद्ध की चतुर्थी का व्रत रखने पर पितृ सुख-शान्ति, धन और समृद्धि के लिए आशीर्वाद देते हैं. इस दिन गणपति जी की पूजा करने का खास महत्व होता है.
गणेश जी की पूजा कैसे करें-
– सफ़ेद गणेश जी को सफ़ेद चंदन लगाएं और ज्यादा सफ़ेद बना लें.
– श्वेत वस्त्र धारण करा कर उन्हें घर के अंदर स्थापित कर दें.
– लाल सिंदूर से उनके दोनों तरफ स्वस्तिक बना दें.
– दो-दो खड़ी रेखाओं से दोनों तरफ से घेर दें.
– दोनों तरफ ऋद्धि-सिद्धि लिख दें, क्योंकि ये दोनों उनकी पत्नी हैं.
– लाल फूल चढ़ाएं, पीले फूल की माला पहनाएं.
– 21 लड्डू का भोग लगाएं, चार केले चढ़ाएं और जल छिड़कें.
– पान, सुपारी, लौंग और इलायची चढ़ाएं.
– घी के दीपक, कपूर और चन्दन अगरबत्ती से आरती करें.
– ॐ गणेशायें नमः का जाप करें.
शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाएंगे गणेश जी-
– गणेश जी को गुलाब का फूल चढ़ाएं.
– पान सुपारी, पीली मिटटी, हल्दी की गांठ और एक पीतल का त्रिशूल चढ़ा दें.
– रोज घी के दीपक और गूगल धूप से आरती कर ज्योत पूरे घर में घुमाएं.
किसी नज़र दोष लगता हो या वास्तु दोष को भी दूर करेंगे गणेश जी-
– गणेश जी नज़र दोष और वास्तु दोष को दूर करते हैं.
– गणेश जी को मुख्य द्वार पर स्थापित करें.
– गणेश जी को रोज एक लड्डू का भोग लगाएं.
– एक लाल फूल चढ़ाएं, कपूर की आरती करें.