देश व प्रदेश की प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए स्कूल स्तर पर ही प्रशिक्षित करने के मकसद से प्रशासनिक अधिकारियों ने बड़ा अहम निर्णय लिया है। इससे काफी दूरगामी परिणाम सामने आएंगे। कुछ बड़े पदों पर बैठे प्रशासनिक अधिकारी अपने व्यस्त शेड्यूल से करीब एक घंटे का समय निकालकर विद्यार्थियों को पढ़ाएंगे। जिला ऊना में टीच ऊना नाम की एक नई योजना जल्द शुरू की जाएगी जिसके माध्यम से जिला के बडे़ अधिकारी एक दिन स्कूल में जाकर बच्चों के साथ वार्तालाप कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे। भविष्य में इस योजना के साथ सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिकों को भी जोड़ा जाएगा ताकि जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणास्त्रोत का काम कर सकें।
जिले में टीच ऊना नामक एक नई योजना जल्द शुरू की जाएगी। जिसके माध्यम से जिला के बडे़ अधिकारी एक दिन स्कूल में जाकर बच्चों के साथ वार्तालाप कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे। जिले के हर विस क्षेत्र के तहत कुछ स्कूलों का चयन किया जाएगा। इनमें करीब एक घंटे के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
जिला के कई प्रशासनिक अधिकारी जिसमें मुख्य रूप से डीसी ऊना, एसपी ऊना, एसडीएम, डीएफओ ऊना समेत कुछ विभागाध्यक्ष शामिल हैं। ये अधिकारी स्कूलों में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जाएंगे। इस दौरान अधिकारी छात्रों के मध्य अपने अनुभव साझा करेंगे। बच्चों को बताएंगे कि किस तरह वे इन ऊंचे पदों पर पहुंचे। किस तरह से उन्होंने अपने आपको तैयार किया।स्कूलों में टीच कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य मकसद है बच्चों में प्रतियोगी परीक्षाओं में बढि़या प्रदर्शन करने का मौका मिले। साथ ही विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने के लिए कोचिंग सेंटरों में मोटी रकम देकर तैयारी करने से राहत मिल सके। ग्रामीण स्तर पर कई ऐसे बच्चे होते हैं जो कई बार संसाधनों के अभाव में अपने लक्ष्य से पिछड़ जाते हैं।