भोपाल. चुनाव के पहले हर वर्ग और संगठन सरकार के खिलाफ मोर्चे पर आ रहा है। मंगलवार को नियमितीकरण की मांग को लेकर राजधानी भोपाल में हजारों आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एकजुट हुई हैं। वह सीएम हाउस का घेराव करने पहुंची है। हालांकि पुलिस ने उन्हें सीएम हाउस के पहले पॉलीटेक्निक चौराहे पर ही रोक दिया है। जहां पर वह धरने पर बैठ गई हैं। धरने पर बैठी आशा कार्यकर्ताओं की मांग है कि मानदेय बढ़ाया जाए और उन्हें जल्द से जल्द नियमित किया जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय बढाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि आशा कर्मचारियों की प्रोत्साहन राशि को बढ़ाकर दुगुना किया जाएगा, जिसके अनुसार मानदेय 3000 रुपये से बढ़कर 4500 रुपये हो जाएगा। यह बढ़ा हुआ मानदेय एक अक्टूबर से लागू होना है। नवंबर में मिलना था, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
आप के प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल भी आशा कार्यकर्ताओं के समर्थन में पॉलीटेक्निक चौराहे पहुंचे हैं। चौराहे पर हजारों की संख्या में आशा और उषा कार्यकर्ता धरने पर बैठ गई हैं। ऐसे में पुलिस उन्हें गिरफ्तार भी कर सकती है। इस बीच तेज धूप के कारण एक महिला को चक्कर भी आ गया है।