मुरली विजय के इंग्लैंड दौरे के बीच में बाहर किये जाने और शिखर धवन के वेस्टइंडीज़ के खिलाफ सीरीज़ शुरू होने से पहले टेस्ट टीम के बाहर किये जाने के बाद विश्व की नंबर एक टेस्ट टीम भारत को अब एक नयी ओपनिंग जोड़ी की तलाश है।
भारत को इंग्लैंड में पांच टेस्टों की सीरीज़ में 1-4 से हार का सामना करना पड़ा था और इस सीरीज़ के दौरान भारत को ओपनिंग में कई प्रयोग किये लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की सफल ओपनिंग जोड़ी के बाद पिछले लगभग आठ साल में भारत ने लगातार कोशिश की है लेकिन उसे ओपनिंग में एक स्थायित्व जोड़ी नहीं मिल पायी है।
राष्ट्रीय चयनकतार्ओं ने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ चार अक्टूबर से राजकोट में शुरू हो रही दो टेस्टों की सीरीज़ के लिये ओपनर शिखर को टीम से बाहर कर दिया है जबकि चयन से 24 घंटे पहले समाप्त हुये एशिया कप में शिखर सर्वाधिक रन बनाने की बदौलत मैन ऑफ द टूर्नामेंट बने थे। यह हैरानी की बात है कि कोई खिलाड़ी भारत की खिताबी जीत में मैन ऑफ द टूर्नामेंट बनता है लेकिन अगले ही दिन उसे टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है।
ओपनर विजय को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के बाद शेष दो टेस्टों के लिये चुनी गयी टीम से बाहर कर दिया गया था। टीम में ओपनिंग के लिये मुंबई के 18 साल के बल्लेबाज़ पृथ्वी शॉ को शामिल किया गया है जो सलामी बल्लेबाज़ी में लोकेश राहुल के जोड़ीदार के रूप में उतरेंगे। हालांकि राहुल का इंग्लैंड में ओपनिंग में बल्लेबाजी प्रदर्शन कोई बहुत उम्दा नहीं रहा था। लेकिन पांचवें टेस्ट की दूसरी पारी में वह 149 रन बनाकर टीम में अपनी जगह बचा गये।