सलामी बल्लेबाज मुरली विजय के राष्ट्रीय चयन समिति की तरफ से संवादहीनता के बारे में बात करने पर मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने हैरानी जताई है। करुण नायर के चयन को लेकर एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय चयन समिति पहले ही आलोचकों के निशाने पर है। गौरतलब है कि करूण नायर ने खुलासा किया था कि उन्हें लगातार छह टेस्ट मैचों से बाहर रखने के बाद बाहर वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम से बाहर किए जाने के बारे में न तो टीम प्रबंधन (मुख्य कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली) और ना ही चयनकर्ताओं ने उनसे बात की। पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने भी चयनकर्ताओं की आलोचना की थी और अब प्रसाद ने इस पर स्पष्टीकरण दिया है।
एमएसके प्रसाद ने कहा- विजय और धवन को मिले पर्याप्त मौके
प्रसाद ने पीटीआई से बातचीत में कहा, ‘ये सभी आधारहीन रिपोर्ट हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जहां तक मुरली विजय को बाहर करने के बाद उनसे संवादहीनता की बात है तो मैं भी हैरान हूं कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा। जबकि मेरे साथी चयनकर्ता देवांग गांधी ने उन्हें सूचित कर दिया था कि किन कारणों से उन्हें बाहर किया जा रहा है। प्रसाद ने कहा कि शिखर धवन को इसलिए बाहर किया गया क्योंकि वह सीमित ओवरों की फार्म को टेस्ट में नहीं दोहरा पाए। प्रसाद ने कहा कि हमने भारत ए और घरेलू क्रिकेट में ढेरों रन बना रहे पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल को मौका देने का फैसला करने से पहले धवन और विजय को भी पर्याप्त मौके दिए।