आचार संहिता लागू होने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को जन आशीर्वाद यात्रा पर निकले। नवरात्र के उपवास के बाद भी मुख्यमंत्री ने पत्नी साधना के साथ आष्टा के मेहतवाड़ा से सीहोर सिटी तक 66 किमी की आठ घंटे की यात्रा की। इस दौरान मुद्दों की बारीकियों पर उनकी पूरी नजर रही। महिलाओं की भीड़ दिखी तो लाड़ली लक्ष्मी से लेकर बेटियों की पढ़ाई, दुष्कर्म पर फांसी, मातृत्व अवकाश व प्रसूति सहायता की योजनाएं गिना दीं।
पुरुष मिले तो संबल योजना, बिजली में राहत और ग्रामीण दिखाई दिए तो अगले साल मौजूदा वर्ष से ज्यादा बोनस देने का भरोसा दे दिया। बीच-बीच में मुख्यमंत्री कांग्रेस पर तीखा हमला बोलने से भी नहीं चूके। राहुल गांधी को घेरते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली से आते हैं और मेड इन चित्रकूट की बात करते हैं, जबकि उन्हें ये नहीं पता कि कांदा (प्याज) जमीन के अंदर हाेता या बाहर। कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह पर भी उन्होंने अटैक किए।
मेहतवाड़ा, अलीपुर होते हुए रथ कोठरी पहुंचा और भोपाल-देवास हाईवे फोरलेन पर खड़ा हो गया। सीएम नीचे उतरे और लोगों से मिलने लगे। रॉन्ग साइड खड़े रथ के कारण भोपाल से देवास जाने वाले टू-लेन मार्ग पर करीब 200 मीटर तक ट्रकों का लंबा जाम लग गया। जगह-जगह ऐसी ही स्थिति रही।
रथ के भीतर सीएम की पत्नी साधना भी थीं। उपवास में पति को कभी चाय तो कभी केला खिलाती रहीं। सीएम व्यस्त हैं तो लोगों के आवेदन लेना, शिकायतों पर भरोसा दिलाना, ये काम भी वे बखूबी करती रहीं।
बोले- ऐसे छोटे-मोटे सैंपल सर्वे से कुछ नहीं होता। इसे किसने और क्यों किया, मैं उस पर नहीं जाऊंगा, लेकिन जन आशीर्वाद यात्रा में लोगों का प्यार और जनता की आंख देख रहा हूं। इससे बड़ा कोई सर्वे नहीं है। परिणाम सब बता देंगे। अगर मैंने काम किया है तो जनता फिर से भाजपा की सरकार बनाए। मैं प्रधान सेवक की तरह फिर काम करता रहूंगा। हिंदुत्व न सॉफ्ट होता है और न हार्ड। हिंदुत्व तो हिंदुत्व है। कांग्रेस सिर्फ वोट के लिए इसका इस्तेमाल कर रही है।
सवर्ण आंदोलन पर : भाजपा शुरू से ही सभी समाज व वर्गों के विकास की बात करती रही है। यही आगे भी जारी रहेगा। मौजूदा समय किसान व ग्रामीणों के लिए फसल के लिहाज से पीक टाइम है। इसके बाद भी लोगों की भीड़ देखिए।