हिमाचल में मेगा फूड पार्क को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। ऊना के बाथू-बाथड़ी में प्रस्तावित इस फूड पार्क का केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल 26 नवंबर को शिलान्यास करेंगी। मुख्य सचिव बीके अग्रवाल ने इसकी पुष्टि की है। तीन सौ करोड़ से ज्यादा के इस पार्क के धरातल पर उतरने से प्रदेश के करीब छह हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा।
बाथू-बाथड़ी में 53 एकड़ में बनने वाले मेगा फूड पार्क भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। इस पार्क पर एक दर्जन से अधिक प्रोजेक्ट शुरू होंगे। इस योजना की पूर्व सरकार के समय भी कई बार घोषणा हुई थी।केंद्र की मेगा फू ड पार्क स्कीम का उद्देश्य किसानों, प्रसंस्करणकर्ताओं और खुदरा विक्रेताओं को एक साथ लाते हुए कृषि उत्पादन को बाजार से जोड़ने के लिए तंत्र उपलब्ध कराना है। इससे मूल्यवर्द्धन को अधिकतम, बरबादी को न्यूनतम, किसानों की आय में वृद्धि और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अवसर सृजित हो सकेंगे। मेगा फूड पार्क स्कीम क्लस्टर दृष्टिकोण पर आधारित है।
इसमें संग्रहण केंद्रों, प्राथमिक प्रसंस्करण केंद्रों, केंद्रीय प्रसंस्करण केंद्रों, शीत कड़ी और उद्यमियों की ओर से खाद्य प्रसंस्करण यूनिटों की स्थापना के लिए 30-35 पूर्ण विकसित भूखंडों समेत आपूर्ति कड़ी अवसंरचना शामिल होती है।अब तक 12 मेगा फूड पार्क पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क हरिद्वार श्रीनी फूड पार्क, चित्तूर; नार्थ ईस्ट मेगा फूड पार्क नलबाड़ी, इंटरनेशनल मेगा फूड पार्क फाजिल्का, इंटीग्रेटेड फूड पार्क तुमकुर, झारखंड मेगा फूड पार्क रांची, इंडस मेगा फूड पार्क खरगौन, जांगीपुर बंगाल मेगा फूड पार्क मुर्शिदाबाद, एमआईटीएस मेगा फूड पार्क रायगढ़, सतारा मेगा फूड पार्क सतारा, हिमालयन मेगा फूड पार्क उधम सिंह नगर और ग्रीनटेक मेगा फूड पार्क अजमेर कार्यशील हैं।