इस घटना से आक्रोशित मृतक के सहयोगी पुलिसकर्मियों ने हंगामा करते हुए पुलिस लाइन के कमांडेंट मोहम्मद मसरुद्दीन के आवास का घेराव किया. पुलिसकर्मियों का आरोप है कि महिला सिपाही की तबीयत खराब होने के कारण वो छुट्टी मांगती रही, लेकिन उसे छुट्टी ना मिल सकने के कारण वो अपना इलाज सही से नहीं करा पाई और उसकी मौत हो गई.
गुस्साए पुलिसकर्मियों ने कमांडेंट मेजर को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है. पहले ऑफिस में तोड़फोड़ की. फिर गुस्से में कमांडेंट का सिर फोड़ दिया. पुलिककर्मियों को कंट्रोल में करने के लिए तमाम बड़े अफसर मौके पर पहुंच गए हैं.
पुलिसकर्मियों के बवाल के बाद 10 राउंड फायरिंग की गई. तोड़फोड़ कर रहे पुलिसकर्मियों को काबू में करने के लिए फायरिंग की गई है. मौके पर से एसपी और डीएसपी भाग गए हैं.इस घटना से आक्रोशित मृतक के सहयोगी पुलिसकर्मियों ने हंगामा करते हुए पुलिस लाइन के कमांडेंट मोहम्मद मसरुद्दीन के आवास का घेराव किया.
पुलिसकर्मियों का आरोप है कि उन्हें अफसरों की ओर से प्रताड़ित किया जाता है. छुट्टी मांगने पर नहीं दी जाती है. बीमार होने पर भी जबरन ड्यूटी कराया जाता है.
वहीं इस मामले में मृतक की एक सहयोगी ने बताया कि 10-12 दिन पहले कारगिल चौक पर उनकी ड्यूटी लगी थी. वो हमारे साथ ड्यूटी कर रही थी. जिसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई, लेकिन छुट्टी लेने जब वो यातायात थाने गई तो उसे वहां सीएल नहीं मिला और महज दिन 3 दिन का ही सिक लीव मिल सका. इतने कम समय में वो अपना सही से इलाज नहीं करा सकी. जिस कारण उसकी मौत हो गई.