ऊना। खेल प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए खिलाड़ियों को खेल की पूरी जानकारी होनी चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इंदिरा मैदान में आयोजित जिला अंडर-19 स्पर्धा में हिस्सा लेने आए सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को यह पता नहीं था कि ट्रैक पर दौड़ कैसे शुरू करनी है।
इस स्पर्धा में जिले के सरकारी स्कूलों के 283 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था। खिलाड़ियों की अज्ञानता के कारण एक दौड़ को 4 से 5 बार स्टार्ट करवाना पड़ा। कई खिलाड़ियों को दौड़ में फाउल होने के कारण स्पर्धा से बाहर कर दिया गया। इससे खिलाड़ियों को काफी निराश होना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार कई खिलाड़ियों ने बताया कि उन्हें स्कूल पीटीआई और डीपीई ने दौड़ स्टार्ट करने और दौड़ के नियमों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। हरोली के कई खिलाड़ियों ने बताया कि विद्यालय में ग्राउंड न होने से उन्होंने अपने स्तर पर दौड़ लगाई। लेकिन उन्हें दौड़ के तकनीकी नियमों के बारे में जानकारी नहीं थी। उन्होंने बताया कि अगर उन्हें दौड़ स्टार्ट करने और समापन के बारे में डीपीई और पीटीआई जानकारी देते तो वे अच्छा प्रदर्शन कर पाते। खिलाड़ियों ने कहा कि उन्हें ये भी पता नहीं था कि 100 मीटर में दौड़ना है या 800 मीटर।
शिक्षा विभाग के एडीपीओ संजय ने बताया कि अगर खिलाड़ियों ने इस प्रकार की जानकारी दी है तो वह पूर्णतया: झूठ बोल रहे हैं। खिलाड़ियों को पूरा प्रशिक्षण देने के बाद ही प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए लाया जा रहा है। स्कूल डीपीई और पीटीआई को भी निर्देश दे दिए जाएंगे कि खिलाड़ियों को खेलों के बारे में पूरी जानकारी दें।