जय राम ठाकुर ने कहा कि संस्कृति में भिन्नता के बावजूद राज्य शांति व सौहार्द के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी क्षेत्रों के सन्तुलित विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति का सहयोग व समर्थन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उनके किन्नौर जिले के पहले दौरे में उन्होंने लोगों की सुविधा के लिए करोड़ों रुपये की योजनाओं के शिलान्यास तथा लोकार्पण किए हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भावानगर के लिए एम्बुलैंस सेवा की घोषणा की। उन्होंने डिग्री कॉलेज रिकांगपिओ के लिए राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर कक्षाएं आरम्भ करने की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि सरकार भावानगर और सांगला में अग्निशमन केन्द्र खोलने की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजकों द्वारा प्रकाशित स्मारिका का भी विमोचन किया। उन्होंने विभिन्न विभागों, बोर्डों तथा निगमों द्वारा लगाई गई प्रदशर्नियों का उद्घाटन किया। उपायुक्त किन्नौर तथा मेला समिति के अध्यक्ष गोपाल चन्द ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा अन्य उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया तथा स्मृति चिन्ह भेंट किए।
इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। कृषि, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा जनजातीय विकास मंत्री डॉ. राम लाल मारकण्डा, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कवंर, मण्डी के सांसद राम स्वरूप शर्मा, वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी, मुख्यमंत्री के ओएसडी शिशु धर्मा, जिला परिषद की अध्यक्षा टशी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे