मध्यप्रदेश में पैराशूट के माध्यम से पार्टियों में आने-जाने की प्रक्रिया बदस्तूर जारी है, जहां एक तरफ भाजपा कांग्रेस को झटका देने पर गौरवान्वित महसूस करती है तो वहीं अगले ही दिन कांग्रेस भाजपा को गहरी चोट दे जाती है. भाजपा नेताओं के बगावती तेवर को लेकर प्रभात झा ने कहा जल्दबाजी में उठाया गया कदम कई बार गलत साबित होता है.
प्रभात झा ने कहा कि पार्टी में रहना ना रहना यह व्यक्ति के स्वयं के विवेक पर निर्भर करता है और इस मामले में सबको अपनी स्वतंत्रता प्रदान है. इसलिए जो गए हैं कुछ क्षण के लिए तो लगता है कि उन्हें नहीं जाना चाहिए था. इस मामले में यही कहा जा सकता है कि सब अपनी समझदारी पर निर्भर करता है. पार्टी छोड़ने के बाद जिस तरह से मुख्यमंत्री के साले ने भाजपा पर आरोप लगाया है. उसे देखते हुए प्रभात झा का कहना है कि निश्चित रूप से जब व्यक्ति पार्टी छोड़ता है तो इस तरह के अनर्गल बयान दे देता है. यह सारी चीजें व्यक्ति के गुस्से पर निर्भर करती है. गुस्से में कई बार व्यक्ति कई तरह के आरोप भी लगा देता है.
उन्होंने कहा कि राजनीति में धैर्य धर्म होता है और इस धर्म का पालन आपको हमेशा करना चाहिए. चाहे स्थिति किसी भी तरह की क्यों ना हो. मुख्यमंत्री पर पूछे गए एक और सवाल के जवाब में प्रभात झा ने कहा कि मुख्यमंत्री से जुड़े हुए प्रश्न का जवाब मुझसे ना पूछे तो ही बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि जब तक कोई भी व्यक्ति पार्टी में रहता है मैं उसे नेता मानता हूं . जब तक व्यक्ति पार्टी में रहता है उसे अपना मानता हूं और पार्टी से बढ़कर कोई भी व्यक्ति नहीं होता है, जिस तरह से भाजपा की प्रत्याशियों की सूची जारी हुई है. उसके बाद से लगातार विरोधाभास के स्वर गूंजने लगे हैं, जहां एक तरफ कई नेता के समर्थक मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचकर अपनी बात मनवाने के लिए अड़े हुए हैं तो वहीं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा इस से इत्तेफाक नहीं रखते हैं .
प्रभात झा का कहना है कि यह सब एक प्रक्रिया का हिस्सा है निश्चित रूप से जब चुनाव के समय प्रत्याशियों की सूची जारी होती है तो इस तरह की बातें सामने आती है. लेकिन इससे कुछ होता नहीं है सभी कार्यकर्ता उस प्रत्याशी को जिताने के लिए जी जान से लग जाते हैं जिसे पार्टी के द्वारा अधिकृत किया गया है. अपनी बात पार्टी तक पहुंचाना यह कार्यकर्ताओं का धर्म है और इसे रोका नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि गोविंदपुरा सीट को लेकर एवं अन्य बची हुई सीटों को लेकर मेरा कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा इस पर निर्णय केंद्रीय चुनाव समिति को करना है जिस का इंतजार सभी को है. निश्चित रूप से जल्द ही दूसरी सूची भी जारी हो जाएगी